Chhattisgarh News: बस्तर में जरूरतमंदों को पीएम आवास योजना का लाभ दिलाने के मामले में कमीशनखोरी तूल पकड़ती जा रही है. बीजेपी ने बस्तर सांसद और कांग्रेस जिला अध्यक्ष पर भी मिलीभगत होने का आरोप लगाया है. बीजेपी नेताओं का कहना है कि मामले को उजागर हुए 2 दिन बीत गए हैं. आरोप है कि पुलिस ने अब तक कांग्रेसी पार्षद पर एफआईआर दर्ज नहीं की और ना ही पीड़ितों की रकम दिलाने के लिए कांग्रेसी पार्षद पर दबाव बनाया. अब बीजेपी ने 48 घंटों के भीतर पार्षद पर FIR दर्ज और पीड़ितों का पैसा वापस नहीं करने की दशा में आंदोलन की चेतावनी दी है.
बीजेपी ने उठाया कमीशनखोरी का मुद्दा
प्रदेश महामंत्री किरण देव और पदाधिकारियों ने प्रेसवार्ता कर केंद्र सरकार की महत्त्वकांक्षी प्रधानमंत्री आवास योजना में कांग्रेसी पार्षद समेत जनप्रतिनिधियों पर लाखों रुपए की कमीशनखोरी का आरोप लगाया. किरण देव ने बताया कि जगदलपुर शहर के संजय गांधी वार्ड की कांग्रेसी पार्षद कोमल सेना ने गरीब और असहाय लोगों को प्रधानमंत्री आवास का लाभ दिलाने के नाम पर लगभग 47 परिवारों से 25-25 हजार रुपये ले लिए., साल 2020 में कांग्रेसी पार्षद ने वार्ड निवासियों से आवास दिलाने का लालच देकर वसूली की. साल भर बीत जाने पर नाराज वार्ड वासियों ने कांग्रेसी पार्षद से पैसे वापस करने को कहा. लेकिन कांग्रेसी पार्षद ने उल्टे पीड़ितों पर ही चढ़ाई कर दी और पैसे नहीं देने की धमकी दी. बीजेपी ने प्रभावितों का समर्थन किया और संबंधित थाना में कांग्रेसी पार्षद के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का भी प्रयास किया. लेकिन पुलिस पर जनप्रतिनिधियों के दबाव की वजह से अब तक कांग्रेसी पार्षद पर एफआईआर दर्ज नहीं की गई और ना ही पुलिस कांग्रेसी पार्षद से पीड़ितों का पैसे वापस दिलाने में कोई रुचि ले रही है.
सांसद और जिला अध्यक्ष पर भी आरोप
बीजेपी नेता किरण देव ने कहा कि बकायदा कांग्रेसी पार्षद और एक पीड़ित वार्डवासी के बीच आवास को लेकर हुए विवाद की ऑडियो रिकॉर्डिंग भी है. ऑडियो में साफ तौर पर कांग्रेसी पार्षद ने 47 पीड़ित परिवारों से पैसा लेना स्वीकार किया है. किरण देव के मुताबिक कोमल सेना ने कमीशनखोरी के खेल में सांसद और कांग्रेस जिला अध्यक्ष का भी नाम लिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि कमीशनखोरी में सांसद और जिला अध्यक्ष की साफ तौर पर मिलीभगत दिखाई दे रही है. उन्होंने जांच करने की मांग की और कहा कि मामला उजागर होने के बाद भी सत्ता पक्ष पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. बीजेपी ने आगामी 48 घंटों का अल्टीमटेम दिया है. अगर कांग्रेसी पार्षद पर एफआईआर दर्ज नहीं हुई और पीड़ितों को रकम वापस नहीं मिली तो बीजेपी धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होगी. जरूरत पड़ने पर न्यायालय की शरण में भी जाएगी.
कांग्रेसी पार्षद ने वार्ड वासियों को ठगा
दरअसल संजय गांधी वार्ड की कांग्रेसी पार्षद कोमल सेना ने 47 वार्ड निवासियों से प्रधानमंत्री आवास दिलाने के नाम पर 25-25 हजार रुपये ले लिए थे. इसके बदले में ना ही वार्ड वासियों को कोई पावती मिली और ना ही कोई रसीद. साल भर तक लगातार प्रभावित लोग पार्षद से आवास की मांग करते रहे, लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला. आखिरकार वार्ड वासियों का गुस्सा पार्षद पर फूट पड़ा. अब इस मामले में राजनीति भी शुरू हो गई है और बकायदा विपक्ष सत्ता पक्ष के बड़े नेताओं पर भी कमीशनखोरी का आरोप लगा रहा है. फिलहाल अब तक कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों की ओर से मामले पर बयान सामने नहीं आ पाया है.
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