Raipur News: हिजाब विवाद पर कर्नाटक हाईकोर्ट का फैसला आ गया है. कोर्ट ने शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पर प्रतिबंध को चुनौती देने वाली विभिन्न याचिकाओं को खारिज कर दिया है. इस मामले में छत्तीसगढ़ के दिग्गज नेताओं ने प्रतिक्रिया दी है. छत्तीसगढ़ के सीएम डॉ रमन सिंह ने कहा है कि इससे सांप्रदायिकता का नया मोड़ लाने का प्रयास किया जा रहा था वो समाप्त हो गया है.
सुप्रीम कोर्ट देगा अंतिम निर्णय पीएल पुनिया
दरअसल पिछले एक महीने से हिजाब पर देशभर में जमकर बहस छिड़ी हुई है. इसी बीच कर्नाटक हाईकोर्ट ने इस मामले पर फैसला सुनाया है और कहा है कि स्कूल यूनिफॉर्म का प्रिस्क्रिप्शन एक उचित प्रतिबंध है, जिस पर छात्र आपत्ति नहीं कर सकता है. इसको लेकर कांग्रेस की तरफ से प्रतिक्रिया सामने आई है. मंगलवार को रायपुर एयरपोर्ट में छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने कहा कि हाईकोर्ट ने अंतिम फैसला दिया है,वह सब जगह मान्य है. दोनों पक्ष पहले ही सुप्रीम कोर्ट भी जा चुका है,ऑनरेबल सुप्रीम कोर्ट ने कहा था की हम पहले हाईकोर्ट आदेश दे उसके बाद हम देखेंगे,तो सुप्रीम कोर्ट के सामने भी है,जो भी सुप्रीम कोर्ट अंतिम निर्णय दे उसके हिसाब से होगा.
समानता के भाव के लिए ड्रेस कोड बनाता है - रमन सिंह
इधर, छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने इसे ऐतिहासिक फैसला बताया है. रमन सिंह ने विधानसभा में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि कर्नाटक हाईकोर्ट का फैसला ऐतिहासिक फैसला है. उस फैसले में बहुत साफ शब्दों में न्यायधीश ने कहा कि ये नही कहा जा सकता की हमारे धर्म में हिजाब के संबंध को कोई कंपलसरी कानून बनाया गया है,धर्म में प्रतिबंधित किया गया है.मैं समझता हूं की आस्था हर धर्म में अलग अलग रहती है.बच्चे का यूनिफॉर्म जो होता है. यूनिफॉर्म करने का मतलब होता है की अमीर- गरीब,हिंदू, सिख ,ईसाई वर्गो में समानता का भाव आए उस भाव को प्रकट करने के लिए ड्रेस का कोड बनाता है. देश में इससे अब आम आदमी को राहत होगी. जिस प्रकार सांप्रदिकता का एक नया मोड़ लेने का प्रयास हो रहा था वो समाप्त होगा.
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