छत्तीसगढ़ में 1 दिसंबर से धान की खरीदी शुरू होने जा रही है. धान खरीदी से ठीक पहले विपक्षी दल बीजेपी को कांग्रेस की सरकार पर हमला बोलने का मौका मिल गया है. बालोद जिले को धान खरीदी केंद्र पीपरछेड़ी में भगदड़ की घटना को लेकर बीजेपी ने सरकार को आड़े हाथों लिया है. विपक्ष ने धान खरीदी की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े किए हैं.
राज्य के पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने ट्वीट कर बालोद की घटना पर दुख जाहिर करते हुए सीएम भूपेश बघेल को भगदड़ के लिए जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, "अन्नदाता अपनी उपज बेचने के लिए कितना परेशान है कि घर की औरतें तक लाइन में लगी है. रो रहीं हैं, चीख रहीं हैं, घायल हो रही हैं. किसानों, महिलाओं की यह दुर्दशा देखकर हृदय में तकलीफ होती है. इस लचर व्यवस्थाओं के लिए जिम्मेदार भूपेश बघेल हैं."
बीजेपी के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने भी धान खरीदी केंद्र में मची भगदड़ पर कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी को आड़े हाथों लिया है. बीजेपी नेता ने प्रियंका गांधी को छत्तीसगढ़ आने का न्योता दिया है. उन्होंने कहा कि क्या यही है कांग्रेस की किसानों को कुचलने और धान खरीदने की उत्तम व्यवस्था? कहां हो प्रियंका जी? लड़की हूं तो लडूंगी कहने व छत्तीसगढ़ में आपकी सरकार की व्यवस्था के तहत कुचले गए 17 महिला किसानों का हालचाल पूछने नही आएंगी, मुख्यमंत्री को लेकर नहीं जाएंगी?
वहीं बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यसमिति में शामिल और बीजेपी के पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कांग्रेस सरकार पर तंज कसते हुए हुए ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, "कांग्रेस सरकार द्वारा धान खरीदी की व्यवस्था का शानदार आगाज. जितनी माताएं घायल हुईं हैं, उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं"
इधर, बीजेपी छत्तीसगढ़ के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया है. बीजेपी ने आरोपी अधिकारियों को जेल भेजने की मांग की है.
कांग्रेस की सफाई
वहीं बीजेपी के आरोपों पर छत्तीसगढ़ कांग्रेस के संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने सफाई दी है. शुक्ला ने कहा कि घटना के जिम्मेदार पीपरछेड़ी सहकारी समिति के प्रबंधक यसवंत साहू को निलंबित किया गया है. उन्होंने बताया कि अव्यवस्था की सूचना मिलते ही जिले के कलेक्टर जनमेजय महोबे और पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है. समिति में धान खरीदी की गई व्यवस्थाओं का जायजा लिया और अव्यवस्थित भीड़ के दौरान घायल ग्रामीणों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है. व्यवस्थाओं में सुधार का निर्देश दिया गया है. इस घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होगी.
धान खरीदी केंद्र में मची थी भगदड़
बता दें कि 29 नवंबर से राज्य में धान बेचने के लिए किसानों को टोकन वितरण शुरू कर दिया है. पहले ही दिन बालोद जिले के धान खरीदी केंद्र पीपरछेड़ी में भगदड़ मच गई. भगदड़ में डेढ़ दर्जन किसान घायल हो गए.
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