Liquor Ban in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में शराबबंदी (Liquor Ban)  बड़ा मुद्दा है. लगातार शराब बंदी की मांग उठती रही है. राज्य की कांग्रेस सरकार (Congress Government) ने भी चुनावी घोषणापत्र में राज्य में शराब बंदी करने की बात कही है. लेकिन इस बीच शराबबंदी को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम का बड़ा बयान सामने आया है. मोहन मरकाम ने साफ कह दिया है कि प्रदेश में 60 प्रतिशत अनुसूचित क्षेत्र है. ऐसे में इन क्षेत्रों में शराबबंदी करना ठीक नहीं है. बाकी 40 प्रतिशत क्षेत्रो में शराब बंदी पर फैसला सरकार को लेना है.


60 प्रतिशत क्षेत्रों में संभव नहीं है शराबबंदी
सरगुज़ा जिला मुख्यालय अम्बिकापुर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए मोहन मरकाम ने कहा कि बीजेपी 15 सालों तक सत्ता में रही. उन्होंने वादा किया था 2100 रुपए धान का समर्थन मूल्य देंगे. हर परिवार को नौकरी देंगे, बेरोजगारी भत्ता देंगे. क्या उन्होंने ये सब वादे पूरे किए. मरकाम ने आगे कहा कि मैं भी आदिवासी क्षेत्र से हूं. हमारे में मरने से लेकर नेग तक के कार्यक्रम में महुए के फूल का हो और सोमरस का इस्तेमाल होता है.


आपने देखा होगा वेद पुराणों में इसके बार में उन्होंने कहा कि अभी तो हमारी संस्कृति में ये चल रहा है. ऐसे में इन 60 प्रतिशत क्षेत्रों में तो संभव नहीं है कि शराबबंदी हो. रही बात 40 प्रतिशत क्षेत्र की बात तो सरकार को इस पर फैसला लेना है.


फरवरी के अंत तक 10 लाख सदस्य बनाने का लक्ष्य
पीसीसी चीफ मोहन मरकाम अम्बिकापुर में सरगुजा संभाग के लिए डिजीटल सदस्यता अभियान प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल होने आए थे. यहां उन्होंने जिला, ब्लॉक समेत तमाम पदाधिकारियों से चर्चा की. इस कार्यक्रम के तहत कांग्रेस ने फरवरी महीने के अंत तक 10 लाख सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा है. वहीं मोहन मरकाम के शराब बंदी को लेकर दिए बयान की ख़बर सोशल मीडिया पर वायरल हुई. तो बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव ने निशाना साधा है. अनुराग सिंहदेव ने कहा कि छत्तीसगढ़ की सनातन संस्कृति और उसके अनुयायी इस सरकार को कभी माफ नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि मरकाम जी तो पहले ही मना कर चुके हैं कि शराबबंदी नहीं करेंगे. अव वह अनुसूचित क्षेत्र का बहाना कर रहे हैं.


कांग्रेस ने शराबबंदी का किया था वादा
गौरतलब है कि कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के दौरान अपने घोषणा पत्र में कहा था कि यदि वे सत्ता में आएंगे तो शराबबंदी जरूर करेंगे. सत्ता में रहते कांग्रेस को 3 साल हो चुके हैं. अब तक इस दिशा में अमल नहीं हो पाया है. शराबबंदी के सवाल पर कांग्रेस के बड़े नेता अब तक सिर्फ गोलमोल जवाब ही देते आए हैं. और अब कांग्रेस अध्यक्ष मरकाम के इस बयान के बाद छत्तीसगढ़ में शराबबंदी की अटकलों पर विराम लगता नजर आ रहा है.


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