Chhattisgarh News: कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की पदयात्रा इन दिनों राजस्थान की सड़कों में चल रही है. राहुल गांधी राजस्थान के लोगों के साथ पदयात्रा कर रहे हैं. इसी बीच छत्तीसगढ़ में पदयात्रा की तर्ज पर 'हाथ जोड़ो यात्रा' 'Hath Jodo Yatra' की जाएगी. कांग्रेस कार्यकर्ता गणतंत्र दिवस से इस यात्रा की शुरुआत करेंगे. कांग्रेस कार्यकर्ता गांव-गांव, घर-घर जाकर हाथ जोड़ेंगे और राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के मायने समझाएंगे. इसके लिए पीसीसी चीफ मोहन मरकाम (Mohan Markam) ने निर्देश दिए हैं.
26 जनवरी से कांग्रेस की हाथ जोड़ो यात्रा
दरअसल भारत जोड़ो पदयात्रा में राहुल गांधी ने 94 दिन की यात्रा पूरी कर ली है. अब इस यात्रा के उद्देश्यों को घर-घर तक पहुंचाने का निर्णय लिया गया है. इसलिए हाथ जोड़ो यात्रा निकाली जाएगी. छत्तीसगढ़ में हाथ जोड़ो अभियान सभी विधानसभा क्षेत्रों में 26 जनवरी से शुरू होकर बूथों तक चलाया जाएगा, हर जिलों में अधिवेशन होगा और समापन में बड़ी रैली राज्य स्तर पर की जाएगी. इसके लिए कार्य योजना बनाई गई है.
घर-घर जाएंगे कांग्रेसी
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो पदयात्रा ने 94 दिन पूरे कर लिये हैं. भारत जोड़ो यात्रा के उद्देश्य को जनता तक पहुंचाने के लिए कांग्रेस पार्टी हाथ जोड़ो यात्रा देश भर में निकालेगी. छत्तीसगढ़ में भी हाथ जोड़ो यात्रा हर विधानसभा तक जायेगी जिसके माध्यम से सामाजिक सौहादर्य, देश की एकता-अखंडता का संदेश दिया जायेगा. इस हाथ जोड़ो यात्रा के माध्यम से कांग्रेसी घर-घर जाएंगे.
हाथ जोड़ो यात्रा पर कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने
यात्रा शुरू होने से पहले कांग्रेस और बीजेपी में सियासत शुरू हो गई है. कांग्रेस ने बीजेपी की तुलना अंग्रेजों से की है. पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने कहा कि बीते 8 साल से अंग्रेजों की फूट डालो और राज करो नीति पर बीजेपी काम कर रही है. मरकाम ने कहा कि अंग्रेजो भारत छोड़ो के नारे से फिरंगी हुकूमत डरी और देश को आजादी मिली. उसी तरह भारत जोड़ो यात्रा में लग रहे 'नफरत भारत छोड़ो' के नारा से बीजेपी और उनके नफरती गैंग बेचैंन हो रहे हैं.
बीजेपी बोली- यह केंद्र को बदनाम करने की साजिश
वहीं, कांग्रेस की हाथ जोड़ो यात्रा को बीजेपी ने केंद्र सरकार को बदनाम करने की साजिश बताया है. बीजेपी के मीडिया प्रभारी सीए अमित चिमनानी ने कहा कि हाथ जोड़ने के साथ-साथ कांग्रेस के नेताओं को जनता के पैर भी पड़ने चाहिए और जनता से माफी मांगते हुए यह बताना चाहिए कि जो जनता के हक की कमाई, जो छत्तीसगढ़ का खजाना उन्होंने लूट लिया है वह जनता को कब लौटाएंगे.
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