छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर कोरोना टीकाकरण अभियान में लगातार पिछड़ती जा रही है. त्योहारी सीजन के बाद से राजधानी में टीकाकरण प्रभावित हुआ है. अभी भी टीकाकरण अभियान रफ्तार नहीं पकड़ पाया है. टीकाकरण की रफ्तार से नाराज जिला कलेक्टर सौरभ कुमार ने सोमवार को कलेक्टोरेट के रेडक्रॉस सभाकक्ष में नियमित एवं कोविड टीकाकरण की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने आरंग और धरसीवां विकासखण्ड के लक्ष्य पूरा ना करने पर नाराजगी जाहिर की. उन्होंने बीएमओ एवं सीईओ को समन्वय कर कार्य योजना बनाने और शत प्रतिशत टीकाकरण को पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं.
उन्होंने कॉल सेंटर के जरिए संपर्क कर टीकाकरण पूर्ण करने के लिए जिला टीकाकरण अधिकारी को निर्देश दिए. साथ ही उन्होंने रायपुर एवं बीरगांव के निगम आयुक्त को टीकाकरण दल को आवश्यक समन्वय और सहयोग के लिए मानव संसाधन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. अपको बता दें की समीक्षा बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी मयंक चतुर्वेदी, रायपुर नगर निगम आयुक्त प्रभात मलिक, जिला टीकाकरण अधिकारी सहित संबंधित अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे.
2.45 करोड़ टीके लगे
छत्तीसगढ़ में करीब 3 करोड़ लोगों कोरोना टीका लगाया जाना है. इनमें से 2.45 करोड़ 69 हजार 922 टीके लगाए गए हैं. वहीं दो डोज लगवा चुके लोगों की संख्या 81 लाख 24 हजार के पार है. पहली खुराक लेने वालों की संख्या 1 करोड़ 64 लाख 45 हजार तक पहुंच गई है.
प्रदेश में 3 लाख 10 हजार 749 स्वास्थ्यकर्मियों, तीन लाख 18 हजार 687 फ्रंटलाइन वर्कर्स, 45 वर्ष से अधिक के 63 लाख 52 हजार सात और 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के 94 लाख 25 हजार 13 नागरिकों को कोरोना से बचाव का पहला टीका लगाया जा चुका है. वहीं दो लाख 72 हजार 428 स्वास्थ्यकर्मियों, दो लाख 65 हजार 264 फ्रंटलाइन वर्कर्स, 45 वर्ष से अधिक के 39 लाख 74 हजार 520 तथा 18 से 44 आयु वर्ग के 35 लाख 60 हजार 080 लोगों को दोनों टीके लगाए जा चुके हैं.
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