Ambikapur News: एक निजी नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी की तरफ से कम समय में कामयाबी, गाड़ी और बंगले का मालिक बनने के साथ विदेश यात्रा का ख्वाब दिखा कर सरगुजा सहित समूचे संभाग के तीन हजार से भी अधिक युवाओं से करोड़ों रुपये की ठगी का मामला सामने आया है. ठगी के शिकार युवक, युवतियों की तरफ से पुलिस अधीक्षक सरगुजा विजय अग्रवाल से इसकी शिकायत की गई और कंपनी के सीईओ, मैनेजर सहित अन्य कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने की मांग की है.


ठगी के शिकार युवकों ने आरोप लगाया कि अंबिकापुर शहर के जवाहर मार्केट, नवापारा और एमजी रोड़ में संचालित वर्चुअल फैशन असिस्ट प्रा.लि. की तरफ से बेरोजगार युवक, युवतियों को चैन का जाल बिछाकर फंसाया जाता था और 35 हजार से लेकर 70 हजार रुपए तक कपड़ा मार्केटिंग के रूप में वसूलने के बाद घटिया कपड़ा थमा दिया जाता था.


युवकों ने आरोप लगाया है कि जिन कपड़ों की गुणवत्ता 150 से 200 की भी नहीं होती थी, उसे ढाई से तीन हजार कीमत पर बेचने के लिए कहा जाता था, मगर कपड़े की गुणवत्ता नहीं होने के चलते वे एक बार पैसा देने के बाद फंस जाते थे और बिक्री नहीं होने से नुकसान उठाना पड़ रहा था. जब वे लोग कपड़ा नहीं बेच पाते थे और कपड़े का पैसा कंपनी से मांगेत थे, तब कंपनी उनको पैसा देने से इंकार कर देती थी और कंपनी की तरफ से कहा जाता था कि आप इस चेन में चार अन्य युवकों को जोड़ें. जिससे युवा ठगी के शिकार होने के बाद दूसरों को भी प्रेरित कर इसमें शामिल कर लेते थे और इस तरह ठगी के शिकार हुए लोगों की संख्या बढते हुए तीन हजार के पार हो गई.


युवकों ने दर्ज कराई शिकायत 


सरगुजा, बलरामपुर, सूरजपुर, जशपुर, कोरिया, एमसीबी जिला के भी युवा कंपनी के झांसे में आकर धन गवां चुके है और राशि वापसी के लिए कई बार गुहार लगाने के बाद भी जब कामयाबी नहीं मिली तब पुलिस अधीक्षक से शिकायत करने के लिए मजबूर हुए. इधर शिकायत के लिए युवकों के पुलिस अधीक्षक कार्यालय जाने पर कंपनी का सीईओ भी पीछे से पहुंच गया. लेकिन युवाओं ने उसके कार के पहिए का हवा निकाल दिए. युवकों का उग्र तेवर देख सीईओ वहां से भाग गया. कलेक्ट्रेट परिसर में बड़ी संख्या में ठगी के शिकार युवक खड़े रहे. पुलिस अधीक्षक की तरफ से कोतवाली भेजे जाने पर युवकों ने अंबिकापुर कोतवाली में लिखित शिकायत दर्ज कराया. 


संभाग के इन युवाओं ने लगाई गुहार


अनिता मानिकपुरी निवासी लुंड्रा ने बताया कि उनसे 14 हजार रुपए की ठगी हुई. इसी प्रकार हीरा सिंह निवासी अजबनगर ने बताया कि उनसे 70 हजार रुपए, पवन मानिकपुरी लटोरी से 14 हजार, त्रिशा बरगीडीह से 70 हजार, लक्ष्मी पतराटोली से 35280, अनिता सिंगीटाना, अजय कुमार बलरामपुर, पुरन चेरेगा, मुनिता बलरामपुर, ओमप्रकाश कोतबा, से 35- 35 हजार, मनिषा लुण्ड्रा, नीलु योता भठ्ठिीकला, अभय सिंगीटाना, सोनी कोतबा, सुरेखा कोतबा, यासमिन ओड़गी, सीमा बलरामपुर अनुप्रीती लुंड्रा, ज्योति केरता से 14-14 हजार, पत्थलगांव के अनिल सिदार से 14 हजार, सुकुम सिदार से 70 हजार, बृजमोहन से 14 हजार, कांसाबेल से अनुदीपन 35 हजार, सुमित खलखो 70 हजार, सविना जशपुर से 35 हजार, दिलेश्वर बगीचा से 35 हजार, सीतापुर से अमृता, अंचना, सावित्री से 70-70 हजार रुपये और अन्य युवक, युवतियों से भी ठगी की गई.


ब्रेनवॉश कर बनाते हैं शिकार


ठगी के शिकार युवकों ने बताया कि कंपनी के सीईओ और प्रबंधक युवकों को चार दिवसीय प्रशिक्षण के नाम पर ब्रेनवॉश करते हैं. प्रशिक्षण के दौरान सूट-बूट में कंपनी के संचालक और कर्मचारी आते थे और मार्केटिंग के क्षेत्र में उज्जवल भविष्य का सपना दिखाते हुए झांसा देते थे कि अब उनके पास भी गाड़ी, बंगला होगा, वे भी न सिर्फ विदेश यात्रा कर सकेंगे, बल्कि विदेशों में भी उनका कारोबार फैल सकेगा. इसके लिए 14 हजार रुपए से लेकर 35 हजार, 70 हजार रुपए तक युवाओं से जमा कराने के बाद उन्हें निम्न स्तर का कपड़ा थमा कर तीन से चार हजार रुपए में बेचने के लिए कहा जाता था.


इस संबंध पुलिस अधीक्षक सरगुजा विजय अग्रवाल ने बताया कि इस मामले को कोतवाली पुलिस को सौंप दिया गया है. पुलिस की तरफ से ठगी के शिकार युवकों का बयान लेने के साथ ही प्रथम दृष्टया अपराध बनता है तो एफआईआर भी कराई जाएगी. इसके साथ ही अन्य सभी मार्केटिंग कंपनियों की भी जांच कराया जाएगा. उन्होंने बताया कि युवकों को इस तरह किसी भी कंपनी के झांसे में नहीं आने की समझाइश भी दी गई है.


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