Bastar News: नक्सलियों के गढ़ में सीआरपीएफ जवान ग्रामीणों के लिए देवदूत साबित हो रहे हैं. सुकमा के नक्सल प्रभावित एक गांव में जवानों ने हार्ट अटैक आने पर अस्पताल पहुंचाकर महिला की जान बचाई. हार्ट अटैक आने से महिला की हालत गंभीर हो गयी थी और बेसुध होकर पड़ी थी. बोधराज पदर गांव निवासी एक ग्रामीण ने नक्सलियों से मोर्चा लेने के लिए खोले गए CRPF 219 बटालियन पहुंचकर जवानों को महिला की गंभीर स्थिति की जानकारी दी. उसने बताया कि महिला पोड़ियम पीसे बेसुध अवस्था में पड़ी है और अस्पताल ले जाने का कोई साधन नहीं है.
नक्सल मोर्चे पर तैनात CRPF के जवानों ने बचाई जान
ग्रामीण की बात सुनकर CRPF के डॉक्टर आदित्य अजीज जवानों के साथ गांव पहुंचे. महिला की हालत देख तुरंत फील्ड अस्पताल लेकर आए. फील्ड अस्पताल में महिला का प्राथमिक उपचार किया गया. बेहतर इलाज के लिए जवानों ने सीआरपीएफ की एंबुलेंस से महिला को सुकमा जिला अस्पताल भेजा. जिला अस्पताल में महिला की स्थिति ठीक हो रही है. बताया जा रहा है कि महिला की हालत अब खतरे से बाहर है. डॉक्टरों ने बताया कि थोड़ा समय और हो जाता तो महिला की जान जा सकती थी.
गांव में स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने की लोग कर चुके हैं मांग
गौरतलब है कि इससे पहले भी सीआरपीएफ कैंप में तैनात डॉक्टरों और जवानों के प्रयास से सही समय पर ग्रामीणों को इलाज उपलब्ध कराकर कई ग्रामीणों की जिंदगी बचाई जा सकी है. सरकार से ग्रामीण कई बार स्वास्थ्य सुविधा को ग्रामीण क्षेत्र तक पहुंचाने की मांग कर चुके हैं लेकिन नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के ग्रामीणों की मांग अब तक पूरी नहीं हो सकी है.