छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सुकमा (Sukma) जिले में स्थित सीआरपीएफ कैंप में हुई फायरिंग (CRPF Firing) के जांच के आदेश दिए गए हैं. केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) ने सोमवार को इस घटना की जांच के आदेश दिए. सीआरपीएफ ने घटना के कारणों का पता लगाने और इसके उपाय करने को कहा है. वही, राज्य के मुख्यंमत्री भूपेश बघेल ने घटना पर दुख जताया है. सीएम ने घटना में घायल जवानों के बेहतर इलाज के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया है. साथ ही उन्होंने पुलिस अधिकारियों से कहा है कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो इसके लिए सभी आवश्यक उपाय किए जाएं.


"घटना बेहद दुखद एवं दुर्भाग्यजनक"
सीएम बघेल ने आज सुबह ट्वीट कर कहा, "सुकमा जिले के मरईगुड़ा लिंगनपल्ली में सीआरपीएफ कैंप में एक जवान द्वारा फायरिंग की घटना में 4 जवानों की मृत्यु की घटना बेहद दुखद एवं दुर्भाग्यजनक है. पुलिस अधिकारियों से कहा है कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो इसके लिए सभी आवश्यक उपाय किए जाएं.






जवान ने अपने ही साथियों पर की फायरिंग
बता दें कि मरईगुड़ा थाना क्षेत्र के अंतर्गत लिंगनपल्ली गांव में स्थित सीआरपीएफ की 50वीं बटालियन में एक जवान ने अपने ही साथियों पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दी. फायरिंग में सीरआरपीएफ के चार जवानों की मौत हो गई जबकि तीन अन्य घायल हुए हैं. मृतकों जवानों के नाम धनजी, राजीब मंडल, राजमणि कुमार यादव और धर्मेंद्र कुमार है, जबकि घायलों में जवान धनंजय कुमार सिंह, धरमात्मा कुमार और मलय रंजन महाराणा शामिल हैं.


पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी जवान से पूछताछ की जा रही है. उससे पूछताछ के बाद घटना के कारणों के बारे में जानकारी मिल सकेगी.



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