Chhattisgarh: बस्तर संभाग में नक्सलियों का दरभा डिवीजन कमेटी फिर सक्रिय, पुलिस के सामने चुनौती
Bastar News: बस्तर में नक्सलियों का दरभा डिवीजन कमेटी एक बार फिर से सक्रिय हो गया है. पिछले कुछ महीने में तीन से चार वारदातों को अंजाम देने के बाद पुलिस के होश उड़ गए हैं.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग में एक बार फिर नक्सलियो की दरभा डिवीजन कमेटी सक्रिय होती नजर आ रही है, पिछले 3से 4 महीनों में दरभा डिवीजन कमेटी के द्वारा संभाग के अलग-अलग जिलों में बड़ी घटनाओ को अंजाम देने का खुलासा होने के साथ ही इस कमेटी में सक्रिय बड़े नक्सलियों का नाम भी सामने आया है. दरअसल नक्सलियों का दरभा डिवीजन कमेटी सबसे मजबूत कमेटी माना जाता रहा है, इसके खात्मे के लिए बस्तर पुलिस ने नक्सल विरोधी अभियान भी चलाया था और दरभा डिवीजन कमेटी के कमजोर होने का दावा भी किया था. पुलिस ने इस कमेटी के बड़े लीडरों को मुठभेड़ो में मार गिराने के साथ ही इस कमेटी में शामिल रहे कई नक्सलियो के सरेंडर करने का दावा भी किया था, लेकिन एक बार फिर अरनपुर में हुए इस साल के सबसे बड़े नक्सली हमले के साथ सुकमा और दंतेवाड़ा इलाके में भी बढ़ रजे वारदातों में दरभा डिवीजन कमेटी का नाम सामने आने से पुलिस के होश उड़ गए हैं.
दरभा डिवीजन कमेटी हुआ सक्रिय
दरअसल नक्सलियों का दरभा डिवीजन कमेटी नक्सली संगठन में सबसे मजबूत कमेटी माना जाता रहा है. दरभा डिवीजन कमेटी में नक्सली कमांडर, विनोद, शंकर, देवा और ऐसे कई बड़े लीडर है जिन्होंने दरभा डिवीजन को नक्सलियों का सबसे मजबूत डिवीजन बनाया. हालांकि 25 मई 2013 को दरभा झीरम घाटी में हुए सबसे बड़े राजनीतिक नक्सली हमले में दरभा डिवीजन कमेटी के नक्सलियो का नाम सामने आने के बाद बस्तर पुलिस ने इस डिवीजन को कमजोर करने के साथ बड़े नक्सलियों को टारगेट बनाया और लगातार अभियान चलाया और कुछ हद तक सफलता भी मिली.
वहीं साल 2018- 19 में दरभा डिवीजन कमजोर पड़ने का दावा बस्तर पुलिस ने किया. लेकिन 26 अप्रैल को अरनपुर में हुए नक्सली हमले में 10 जवानों की शहादत और दंतेवाड़ा जिले के साथ-साथ सुकमा इलाके में भी लगातार हो रहे नक्सली वारदात में दरभा डिवीजन कमेटी के नक्सलियों का फिर से नाम सामने आ रहा है, इससे बस्तर पुलिस के होश उड़े हुए हैं.
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कमेटी में सक्रिय नक्सलियों का पता लगा रही पुलिस
बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने दावा किया है कि दरभा डिवीजन कमेटी अब सिमट चुका है. दरभा के कोलेंग, भडरीमहू, चांदामेटा इलाके में खोले गए पुलिस कैम्प से नक्सलियों का ईलाका सिमट चुका है. वहीं पिछले कुछ महीनों से दंतेवाड़ा और सुकमा के सीमाई क्षेत्रों में भी लगातार पुलिस के जवानों का मूवमेंट हैं और यह इलाका भी दरभा डिवीजन में शामिल है.
हाल ही में 2 से 3 नक्सली वारदातों में दरभा डिवीजन कमेटी के सक्रिय नक्सलियों का नाम सामने आ रहा है. लेकिन पुलिस के द्वारा पिछले कुछ सालों से चलाये गए नक्सल विरोधी अभियान में इस डिवीजन को कमजोर करने में पुलिस को सफलता मिली है और यहां सक्रिय कई नक्सलियों ने आत्मसमर्पण भी किया है. कई नक्सलियों की गिरफ्तारी होने के साथ अलग-अलग मुठभेड़ में पुलिस ने इस कमेटी में शामिल हार्डकोर नक्सलियों को मार गिराया है. फिलहाल पुलिस इस इलाके में लगातार ऑपरेशन चला रही है और कुछ वारदातों में दरभा डिवीजन कमेटी का नाम सामने आने के बाद उस कमेटी में सक्रिय नक्सलियों का भी पुलिस पता लगा रही है.
नक्सलियों के सबसे मजबूत कमेटी है दरभा डिवीजन कमेटी
गौरतलब है कि बस्तर में दरभा डिवीजन कमेटी के द्वारा पिछले 13 सालों में कई बड़ी वारदातों को अंजाम दिया गया है जिसमें 50 से अधिक जवानों की शहादत हुई है. वहीं दरभा झीरम घाटी हमले में 27 कांग्रेसियों की भी मौत हुई है, इस वजह से नक्सली संगठन में दरभा डिवीजन कमेटी को काफी मजबूत कमेटी माना जाता है. फिलहाल बस्तर पुलिस के अधिकारी दावा कर रहे है कि इस इलाके में 6 से अधिक पुलिस कैंप खुलने से इस कमेटी के नक्सली बैकफुट पर हैं और हाल ही में कुछ वारदातों में दरभा डिवीजन कमेटी का नाम सामने आने के बाद पुलिस पूरी तरह से सतर्क है और लगातार अब इस इलाके में एंटी नक्सल ऑपरेशन भी चला रही है, ताकि दरभा डिवीजन कमेटी में सक्रिय नक्सलियों की जानकारी मिल सके और पुलिस द्वारा उन्हें टारगेट बनाया जा सके.