(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Chhattisgarh News: जगदलपुर में चौराहे पर झंडे को लेकर दो समुदायों के बीच विवाद, पुलिस ने संभाले हालात
Jagdalpur: छत्तीसगढ़ के जगदलपुर शहर में चौराहे में लगे एक समुदाय के झंडा को लेकर बुधवार को शहर में तनावपूर्ण माहौल बन गया. चौराहे को लेकर नगर निगम में लंबे समय से पेंच फंसा हुआ है.
Bastar News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के जगदलपुर (Jagdalpur) शहर में चौराहे पर लगे एक समुदाय के झंडा को लेकर बुधवार को शहर में तनावपूर्ण माहौल बन गया. दरअसल, शहर के एक चौराहे पर विशेष समुदाय के लोगों ने अपना झंडा लगा रखा था. जब बुधवार को हिंदू संगठन के कुछ लोग वहां इकट्ठा हुए तो उन्होंने उस झंडे के आगे भगवा ध्वज फहरा दिया. इससे तनाव की स्थिति बन गयी. हालांकि मौके पर पहुंची पुलिस की टीम ने मामले को संभाल लिया.
दोनों समुदाय ने पेश किए अपने अपने दावे
आपको बता दें कि लंबे समय से इस चौराहे का नाम महावीर चौक होने का दावा किया जा रहा है. यह जगह जामा मस्जिद के पास है. वहीं मुस्लिम समाज इस चौराहे को जामा मस्जिद चौराहा कहता आ रहा है. रामनवमी पर सर्व हिंदू समाज ने महावीर चौराहे को भी सजाने का प्रयास किया था. हालांकि सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए प्रशासन ने इस पर रोक लगा दी थी. इसके साथ ही नवरात्रि के दौरान एक शाम इस चौराहे पर इस्लाम के ध्वज के नीचे कुछ लोगों ने दीया जला दिया था और तब भी तनाव की स्थिति बन रही थी. लेकिन पुलिस प्रशासन ने वक्त रहते ही हालात को काबू में कर लिया था.
चौराहे की मांग को लेकर निगम में फंसा है पेंच
इस मामले को लेकर नगर निगम में लंबे समय से पेंच फंसा हुआ है. निगम के अधिकारियों का कहना है कि इस चौराहे की मांग को लेकर जैन समाज का कोई भी दस्तावेज उनके पास नहीं पहुंचा है. मुस्लिम समाज ने चौराहे का नामकरण जामा मस्जिद चौराहा करने को लेकर एमआईसी (MIC) में अपना दावा पेश किया था. ऐसे में यह तय किया गया था कि किसी प्रकार की दावा और आपत्ति नहीं आने पर चौराहे के नाम पर मुहर लगाकर सामान्य सभा में इसे पेश किया जाएगा.
जैन समाज ने भी किया है दावा
इधर जैन समाज का दावा है कि उन्होंने 14 जुलाई 2021 को बस्तर कलेक्टर रजत बंसल के नाम से एक आवेदन कलेक्ट्रेट में दिया है. इसमें चौराहे और लक्ष्मी नारायण मंदिर की देखभाल को लेकर अधिकार मांगा गया है. इस मामले में नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष संजय पांडे का कहना है कि जब दोनों समाज ने इस चौराहे को लेकर अपना दावा पेश किया था तो इसका निराकरण कर सामान्य सभा में जाना चाहिए था. एमआईसी (MIC) में इस मामले को लेकर दावा और आपत्ति का इंतजार किया जाना गलत है. उन्होंने कहा कि महावीर चौराहे की देखभाल की जिम्मेदारी जैन समुदाय को दी गई थी.
तनाव जैसी कोई स्थिति नहीं- पुलिस
इस मामले में पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि शहर में तनावपूर्ण जैसी कोई स्थिति नहीं है. दोनों ही समाज के लोगों से बात की गई है और अब मामला पूरी तरह से शांत हो गया है. चौराहे में विशेष समुदाय के झंडे के साथ भगवा झंडा भी शांतिपूर्ण तरीक़े से फहराया गया है. शहर का माहौल पूरी तरह से शांत है.
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