Doctors Strike In Bastar:  छत्तीसगढ़ में बस्तर संभाग के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में नियमितीकरण की मांग को लेकर  50 से अधिक डॉक्टर एक दिवसीय हड़ताल पर बैठ गए हैं, डॉक्टरों की मांग है कि शासन से आदेश मिलने के बाद भी अस्पताल प्रबंधन डॉक्टरों के नियमितीकरण के लिए गंभीर नहीं है, जिसके चलते अस्पताल में अपनी सेवा दे रहे लगभग 50 से अधिक सविंदा डॉक्टर धरने पर बैठ गए हैं.


डॉक्टरों के हड़ताल पर चले जाने से अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई. न ही अस्पताल के OPD खुले और न ही अस्पताल में डॉक्टरों के द्वारा ऑपरेशन किये गए, जिससे मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. डॉक्टरों का कहना है कि सांकेतिक रूप से आज एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया है अगर जल्द ही उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं तो हम अनिश्चितकालीन आंदोलन करेंगे. 


बिना इलाज के ही लौटे मरीज


एक तरफ जहां जिले में डेंगू मलेरिया और कोरोना ने कहर बरपा रखा है, वहीं दूसरी तरफ अपनी नियमितीकरण की मांग को लेकर एक साथ संभाग के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल के डॉक्टर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन पर बैठ गए, जिससे स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई और कई मरीज बिना इलाज के ही लौट गए. नियमितीकरण की मांग को लेकर डीकेएस सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल और आंबेडकर अस्पताल समेत 6 मेडिकल कालेजों के संविदा डॉक्टर 1 अगस्त को हड़ताल पर रहेंगे.


नियमित नहीं किया तो करेंगे अनिश्चितकालीन धरना


डॉक्टरों ने कहा कि वे पिछले 10 सालों से संविदा डॉक्टरों के रूप में काम कर रहे हैं. शासन से आदेश मिलने के बावजूद भी उन्हें नियमित नहीं किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पिछले कई महीनों से अस्पताल प्रबंधन इसको लेकर टालमटोल कर रहा है. उन्होंने कहा कि उनके हड़ताल पर चले जाने से अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराई जरूर है लेकिन इसके लिए अस्पताल प्रबंधन जिम्मेदार है. डॉक्टरों ने कहा कि अगर जल्द ही उन्हें नियमितीकरण नहीं किया गया तो अस्पताल में सेवा दे रहे सभी डॉक्टर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे.


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