Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी (BJP) की करारी हार के बाद 2 प्रदेश अध्यक्ष बदले जा चुके हैं. अब 2023 विधानसभा चुनाव से पहले तीसरी बार प्रदेश अध्यक्ष बदलने की चर्चा शुरू हो गई है. जयपुर (Jaipur) में हुई बीजेपी की बड़ी बैठक के बाद अब पार्टी के अंदर ही नए अध्यक्ष को लेकर चर्चा शुरू हो गई है. कहा जा रहा है कि चुनाव से पहले बीजेपी प्रदेश में दमदार नेतृत्व की तलाश कर रही है.

 

दरअसल शनिवार को जयपुर से लौटने के बाद छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता डॉ. रमन सिंह के एक बयान के बाद इस विषय पर चर्चा तेज हो गई है. रमन सिंह ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि'कई लोगों ने अध्यक्ष बनने के लिए कपड़े भी सिलवा लिए हैं. अध्यक्ष बनने के लिए हर किसी ने इच्छा पाल रखी है. वहीं उन्होंने ये भी कहा कि प्रदेश में वर्तमान टीम का कार्यकाल अभी बहुत बाकी है.

 

वर्तमान में विष्णुदेव साय हैं बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष

 

अपको बता दें कि 2018 के विधानसभा चुनाव के दौरान धरमलाल कौशिक प्रदेश अध्यक्ष के रूप में कार्य कर रहे थे, लेकिन पार्टी की हार के बाद पार्टी ने उन्हें विधानसभा में विधायक दल के नेता की जिम्मेदारी दी. इसके बाद पार्टी ने आदिवासी नेता विक्रम उसेंडी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया. उसेंडी करीब 1 साल ही अध्यक्ष रहे. इसके बाद पार्टी ने 2020 में विष्णुदेव साय को छत्तीसगढ़ बीजेपी का नेतृत्व संभालने का मौका दिया. तब से वही प्रदेश अध्यक्ष बने हुए हैं.

 

कांग्रेस ने रमन सिंह पर साधान निशाना

 

रमन सिंह के बयान के बाद कांग्रेस कहां चुप रहती. कांग्रेस ने बीजेपी को आड़े हाथ लिया है. प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि डॉ. रमन सिंह ने यह स्वीकार कर लिया है कि भाजपा में गुटबाजी चरम पर है. उनके साये में विष्णुदेव साय को हटाए जाने की ख़बर नागवार गुजर रही है. इसीलिए वह इस तरह का बयान दे रहे हैं. छत्तीसगढ़ में बीजेपी इस समय नेतृत्व के संकट से जूझ रही है और पार्टी में नेता दिन-रात एक दूसरे को नीचा दिखाने की जुगत में लगे रहते हैं.

 

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