Paddy Procurement Policy Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में किसानों (Farmers) के लिए धान की खेती (Paddy Farming) मुनाफे का सौदा साबित हो रही है. हर साल सरकार (Chhattisgarh Govt) पुराने लक्ष्य से ज्यादा धान की खरीदी किसानों से कर रही है. इस साल भी पिछले साल के मुकाबले पांच लाख मीट्रिक टन ज्यादा धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया है. इससे राज्य के शत प्रतिशत किसानों को लाभ मिल सकता है. बुधवार को धान खरीदी के लिए गठित मंत्री-मंडलीय उप समिति की बैठक हुई.


राज्य में मानसून की बारिश के साथ धान की खेती शुरू हो गई है. इसके साथ ही राज्य सरकार ने धान खरीदी की व्यापक व्यवस्था को लेकर अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं. बुधवार को खाद्य मंत्री अमरजीत भगत की अध्यक्षता में बैठक हुई. बैठक में इस साल किसानों से समर्थन मूल्य पर 110 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी का लक्ष्य रखा गया है. इसके अलावा निर्णय लिया गया है कि पिछले साल की तरह इस साल भी पुराने बारदानों से धान की खरीदी की जाएगी.


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इस तारीख तक नए किसान करा सकते हैं पंजीयन


बैठक में अधिकारियों ने बताया कि पिछले साल 24 लाख छह हजार से अधिक किसानों ने धान बेचने के लिए पंजीयन कराया था. इस साल नए किसानों का पंजीयन एक जुलाई से 31 अक्टूबर तक किया जाएगा. वहीं, बताया गया कि खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में पंजीकृत किसानों का पंजीयन ऑटोमेटिक कैरी फॉरवर्ड हो जाएगा. इस साल 110 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया है, इसके लिए 5.50 लाख गठान जूट बारदानों की जरूरत पड़ेगी.


बैठक में अधिकारियों ने दी ये जानकारी


मंत्री-मंडलीय उप समिति की बैठक में अधिकारियों ने बताया कि पिछले खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में राज्य सरकार ने 105 लाख मीट्रिक टन धान खरीदने का लक्ष्य रखा था लेकिन 97.98 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई. जिसमें से लगभग शत-प्रतिशत धान का उठाव हो गया है. धान खरीदी के साथ-साथ तेजी से कस्टम मिलिंग का कार्य भी जारी रहा. केंद्रीय पूल में अब तक रिकार्ड 50.72 लाख मीट्रिक टन चावल जमा कराया जा चुका है. केवल 14 लाख मीट्रिक टन चावल जमा करना ही बाकी है.


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