Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ का जशपुर जिला दशकों से हाथियों के आतंक से जूझ रहा है. वन क्षेत्रों के आसपास की बस्तियों में घुसकर ग्रामीणों के मकानों और फसलों को हाथी नुकसान पहुंचाते रहते हैं. वर्तमान में भी कुछ ऐसा ही हो रहा है, हाथियों का दल जिले के पत्थलगांव इलाके में विचरण कर रहा है, जो मकान के साथ-साथ फसलों को रौंदकर नुकसान पहुंचाने का काम कर रहे हैं. देर रात 40 से ज्यादा हाथियों के दल ने दो गांव में आतंक मचाया और दर्जन से ज्यादा घरों को तहस नहस कर डाला. इसके अलावा खेत में रखे किसानों की धान की फसल को चट कर गए. इस मामले में वन विभाग मौके पर पहुंचकर नुकसान का आंकलन कर मुआवजा प्रकरण तैयार कर रही है.
40 हाथियों का दल घुसा गांव में
दरअसल, जशपुर के पत्थलगांव वनपरिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले तमता इलाके में 40 हाथियों का दल विचरण कर रहा है. हाथियों के दल ने देर रात बालाझार और खरकट्टा गांव में भारी तबाही मचाई. खेत में रखे किसानों की धान की फसल और खलिहानों में रखे धान को खाकर चट कर गए. इसके अलावा लगभग 15 ग्रामीणों के घरों को तोड़ दिया है.
इस दौरान गनीमत रही कि हाथियों की चपेट में कोई ग्रामीण नहीं आया, नहीं तो कोई बड़ी घटना हो सकती थी. ग्रामीणों की सूचना पर वन अमला मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को हुए नुकसान का आंकलन कर मुआवजा प्रकरण तैयार करने की कार्रवाई में जुट गई है. वहीं ग्रामीणों को विभाग की ओर से समझाइश दिया जा रहा है कि वे हाथियों से दूर रहें. साथ ही रिहायशी इलाकों से हाथियों के दल को दूर खदेड़ने का प्रयास किया जा रहा है.
10 से 15 घरों को किया तहस नहस
बालाझर के ग्रामीण शैलेश शर्मा ने बताया कि, हाथियों ने घर तोड़ दिया इसके साथ ही खेत, खलिहान का धान खा गए हैं. वन विभाग कार्रवाई में लगा हुआ है, हम चाहते है कि शासन द्वारा मुआवजा राशि मिले, ताकि किसान के नुकसान की भरपाई हो सके. पत्थलगांव वनपरिक्षेत्र अधिकारी कृपासिंधु पैकरा ने कहा कि, पिछले दो दिनों से बालाझर फॉरेस्ट एरिया में हाथी विचरण कर रहे हैं, जिससे किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा है.
इसका आंकलन किया जा रहा है. कम से कम 10 से 15 घर का नुकसान हुआ है. त्वरित मुआवजा प्रकरण तैयार किया जा रहा है, किसी प्रकार की जनहानि या जन घायल की स्थिति नहीं है. हम पूरे दल बल के साथ निगरानी में लगे हुए है. वनपरिक्षेत्र अधिकारी पैकरा ने आगे बताया कि, हाथी अभी किधर जाएंगे, उसके मूवमेंट की जानकारी नहीं रहती है. हमारे स्टॉफ उनके पीछे लगे रहते है, कि कोई जनहानि ना हो.