Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के कांकेर (Kanker) जिले में पिछले कुछ दिनों से लगातार जंगली जानवरों का आतंक बढ़ रहा है, शहरी क्षेत्र में भालुओं के बाद अब तेंदुओं (Leopards) ने आतंक मचा रखा है. पिछले 2 दिनों से जिले के अलग-अलग गांव में 3 तेंदुओं को देखा गया है, जिससे शहर और ग्रामवासियों में दहशत का माहौल है और इन इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात पैदा हो गए हैं.
दरअसल चारों ओर से जंगल और पहाड़ियों से घिरे कांकेर शहर और ग्रामीण इलाकों में बड़ी संख्या में वन्य प्राणी हैं. यहां खासकर भालू और तेंदुओं की संख्या ज्यादा है ऐसे में रिहायशी इलाकों में लगातार तेंदुए की धमक से शहरवासियों में डर बना हुआ है.
वहीं वन विभाग भी इन तेंदुओं की धरपकड़ में नाकाम साबित हो रहा है, हालांकि वन विभाग ने लोगों से तड़के सुबह और शाम होने के बाद अपने घर से ना निकले की अपील की है. इधर ग्रामीण और शहर वासियों का कहना है कि भालू के बाद अब तेंदुओं के देखे जाने से डर का माहौल बना हुआ है. लोगों ने कहा कि वन विभाग के कर्मचारी भी इन तेंदुओं को पकड़ने में रुचि नहीं ले रहे हैं.
शहर में कर्फ्यू जैसे बन रहे हालात
ग्रामीणों ने बताया कि 2 दिन पहले ही शहर के नजदीक डुमाली गांव में 3 तेंदुए सड़क किनारे घूमते दिखे, जिसके बाद से ग्रामीणों में दहशत बनी हुई है. तेंदुए की दहशत के चलते लोग शाम ढलते ही घरों में कैद हो जा रहे हैं. जानकारी के मुताबिक तेंदुए आबादी वाले क्षेत्रों से कई जानवरों को उठाकर ले जा चुके हैं.
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जिले के नरहरपुर मार्ग में डुमाली गांव के पास तीन तेंदुओं के देर रात सड़क किनारे घूमते देखे जाने की खबर मिली है, सीदेसर गांव के नजदीक भी वन विभाग को एक तेंदुआ नजर आया है. गांव के नजदीक तेंदुओं के नजर आने से ग्रामीणों में दहशत है. लोग पहले ही भालू से परेशान हैं जो शहर और गांव के अंदर रोजाना घुस रहे हैं और अब तेंदुए भी शहर के बेहद नजदीक पहुंच रहे हैं जो चिंता का विषय है.
तेंदुओं को पकड़ने के लिए जल्द चलाया जाएगा रेस्क्यू ऑपरेशन
फारेस्ट डीएफओ ने कहा कि हाल ही में कई भालूओं को पकड़कर घने जंगलों में छोड़ा गया है, लेकिन अब तेंदुओं के लिए भी रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जाएगा, ताकि इन्हें घने जंगलों में छोड़ा जा सके. उन्होंने बताया कि अब तक तेंदुओं के हमले से किसी तरह की जनहानि की सूचना नहीं मिली है, लेकिन जल्द ही रिहायशी इलाकों से इनकी धरपकड़ कर इन्हें घने जंगलों में छोड़ा जाएगा.
डीएफओ ने कहा कि पूरे इलाके में अलर्ट जारी किया गया है, वन्य प्राणी तेंदुआ, भालू के दिखाई देने पर उन्हें घेरने और मारने की कोशिश नहीं करने बल्कि खुद को सुरक्षित कर उनसे दूरी बनाए रखने की अपील की गई है. साथ ही तड़के सुबह शाम को अंधेरे में बाहर नहीं निकलने की सलाह दी गई है.
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