Chhattisgarh News: 20 साल पहले मर चुके व्यक्ति को जिंदा बताकर भूमाफियाओं ने कराई जमीन की रजिस्ट्री, केस दर्ज
Raipur: मामले को लेकर एसडीएम गौतम राम ने बताया कि शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया है. हम रजिस्ट्री को चेक करेंगे. गड़बड़ पाए जाने पर अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.
Balrampur News: छत्तीसगढ़ के बलरामपुर (Balrampur) जिले में फर्जी रजिस्ट्री का मामला सामने आया है. भू माफियाओं (Land mafias) ने एक मृत व्यक्ति का फर्जी दस्तावेज तैयार कर रिंग रोड के किनारे 2 एकड़ 73 डिसमिल जमीन की रजिस्ट्री करवा दी थी जिसका प्लॉट नंबर 4/11 है. वहीं जिस व्यक्ति का फर्जी दस्तावेज तैयार किया गया है उसकी मृत्यु हुए 20 साल बीत चुके हैं. इस मामले का खुलासा होने के बाद अब राजस्व विभाग (Revenue Department) आनन-फानन में कार्रवाई में जुट गया है.
पटवारी की मिलीभगत से दो लोगों के नाम की रजिस्ट्री
मामला रामानुजगंज नगर पंचायत के वार्ड नंबर 1 का है, यहां रिंग रोड के किनारे करीब 15 घरों की आबादी काफी लंबे समय से रहती है, लेकिन वहां रहने वालों को जब इस बात की जानकारी मिली कि जिस जमीन पर उनका घर बना है, उस जमीन की फर्जी रजिस्ट्री करवा ली गई है तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई. इन लोगों ने मामले की शिकायत तहसील कार्यालय से लेकर पुलिस को दी. तब पता चला कि भू माफियाओं ने हल्का पटवारी से मिलीभगत कर वीरेंद्र नगर निवासी सोनसाय पण्डो को जमीन का असली मालिक बनाकर और उसका फर्जी दस्तावेज तैयार कर रिंग रोड से लगी जमीन की रजिस्ट्री नगर के ही दो लोगों के नाम पर करवा दी है.
20 साल पहले हो चुकी है जमीन के असली मालिक की मौत
मामले की छानबीन में पता चला कि जमीन के असली मालिक की मौत 20 साल पहले ही हो चुकी है. भू माफियाओं ने एक ग्रामीण को मोहरा बनाते हुए उसका फर्जी दस्तावेज तैयार कर उसको ही जमीन का असली मालिक बताकर जमीन की किसी और के नाम रजिस्ट्री करवा दी है. मामले का खुलासा होने के बाद नकली जमीन मालिक से पूछताछ में पता चला कि महावीरगंज गांव के निवासी जेठन सिंह और रेवतीपुर निवासी हामिद जुलाहा ने उसे पैसों का लालच देकर उसके नाम का फर्जी दस्तावेज तैयार कर रजिस्ट्रार कार्यालय में पेश कर दिया था.
इस पूरे कांड की कहानी का पर्दाफाश होने के बाद वार्ड नंबर एक के शिकायतकर्ता पूरे खेल के पीछे नगर के बड़े भू माफियाओं पर आरोप लगाते हुए प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं. वार्डवासियों ने जमीन खरीद फरोख्त करने वालों के अकाउंट डिटेल की जांच करने की भी मांग की है, ताकि इस खेल के असली मास्टरमाइंड का नाम सामने आ सके.
आनन-फानन में कार्रवाई करने में जुटा राजस्व विभाग
इधर जमीन की फर्जी रजिस्ट्री का मामला उजागर होने के बाद राजस्व विभाग भी अपनी गलतियों को छुपाने के लिए आनन-फानन में नकली भू स्वामी के साथ जेठन सिंह और हामिद जुलाहा के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर आगे की विवेचना में जुट गया है. रामानुजगंज थाना प्रभारी संतराम आयाम ने बताया कि थाने में वार्ड क्रमांक 1 के कुछ निवासियों द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई है जो फर्जी जमीन रजिस्ट्री का मामला है. पता चला है कि जो करीब 20-25 साल पहले मर गया है. उसके स्थान पर किसी अज्ञात व्यक्ति ने जाकर ज़मीन को रजिस्ट्री करा दिया था. इस शिकायत के आधार पर कार्रवाई की जा रही है. इस मामले से जुड़े लोगों को पूछताछ के लिए लाया गया है, पूछताछ के बाद ही सब साफ हो सकेगा.
एसडीएम बोले- मामले में होगी निष्पक्ष कार्रवाई
वहीं मामले को लेकर एसडीएम गौतम राम ने बताया कि इस जमीन के क्रेता मुन्ना नागवंशी थे. उन्होंने थाने में आवेदन दिया जिसके आधार पर धारा 420, 418, 419, 469 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर लिया गया है. हमारे द्वारा रजिस्ट्री को चेक किया जाएगा, उसमें क्या-क्या दस्तावेज लगे हैं. उन्होंने कहा कि अभी रजिस्ट्री के कागज चेक नहीं किए हैं, जैसे मामले का पता चला राजस्व विभाग ने अभी वर्तमान में नामांतरण को खारिज कर दिया है. राजस्व विभाग सिर्फ नामांतरण करता है. रजिस्ट्रार ने जो रजिस्ट्री की दस्तावेज देखकर की. यह धोखाधड़ी का मामला है और इसमें निष्पक्ष जांच की जाएगी.
यह भी पढ़ें: