Bastar Kisan Samman Nidhi: केंद्र सरकार की किसान सम्मान निधि योजना में छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बस्तर (Bastar) जिले में गड़बड़ी का मामला सामने आया है. दरअसल इस योजना का लाभ ऐसे किसानों ने भी ले लिया है जो आयकर के दायरे में आते हैं. जिले के लगभग 300 से अधिक किसान ऐसे हैं, जिन्होंने इस योजना के तहत लगभग 22 लाख 82 हजार रुपये ले लिये हैं और अब इन किसानों से रिकवरी करने में कृषि विभाग के पसीने छूट रहे हैं. इन किसानों में से केवल 17 किसानों से 1 लाख 20 हजार की रिकवरी हुई है, जबकि अन्य किसानों को केवल विभाग ने एक बार नोटिस भेजकर खानापूर्ति कर दी है..
300 अपात्र किसानों ने लिया योजना का लाभ
दरअसल साल 2019 में जब किसान सम्मान निधि योजना के लिए रजिस्ट्रेशन का कार्य हो रहा था, तब कुछ किसान गलत जानकारी देकर इस योजना के लाभार्थी बन गए थे. गौरतलब है कि किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को हर साल 6 हजार रुपये की सम्मान निधि राशि उनके खाते में दी जाती है. जब अक्टूबर 2021 में किसानों के खाते में राशि डाली गई तो विभाग ने किसानों के आधार कार्ड और पैन कार्ड को इस योजना से लिंक किया और लिंक करते ही उनकी जानकारी सामने आ गई कि ये किसान करदाता हैं. ये जानकारी मिलने के बाद विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों ने पीएम किसान पोर्टल में किसानों के दस्तावेजों को खंगाला तो सारी गड़बड़ी का खुलासा हो गया. दरअसल इस योजना के तहत किसानों को साल में तीन किस्त में दो-दो हजार कर 6 हजार रुपये मिलते हैं, लेकिन जिले के लगभग 300 किसानों ने सरकारी महकमे में होने और खेती करके ही लाखों कमाने के बावजूद इस योजना में सेंध लगा दी.
किसानों को दोबारा नोटिस भेजने की हो रही तैयारी
कृषि विभाग के उप संचालक एस. सेवता ने बताया कि जांच में किसानों के द्वारा गड़बड़ी किए जाने के मामले के उजागर होने के बाद विभाग ने सभी 300 किसानों की सूची तैयार कर उन्हें नोटिस भेजा है कि वे योजना के तहत ली गई राशि जल्द से जल्द वापस जमा करें. उप संचालक ने बताया कि जिले के 7 ब्लॉक के किसानों से 22 लाख 82 हजार रुपए की रिकवरी होनी है.
अब तक 17 किसानों ने ही विभाग में जमा करवाए हैं पैसे
गौरतलब है कि गड़बड़ी के उजागर होने के 11 महीने के बाद सिर्फ जिले के 17 किसानों ने ही कृषि विभाग में पैसे जमा करवाए हैं और अब तक 1 लाख 10 हजार रुपये ही इस योजना की रिकवरी के रूप में विभाग के पास जमा हुए हैं. अधिकारी ने बताया कि इस योजना में सभी किसानों को एक बार नोटिस भेजा गया है लेकिन 17 किसानों को छोड़कर बाकि किसानों का ना कोई जवाब आया है ना ही उन्होंने पैसे जमा किये है. इधर अधिकारी ने किसानों को जल्द दोबारा नोटिस भेजने की बात कही है, और उनका कहना है कि किसानों को जल्द से जल्द गलत तरीके से ली गई योजना की राशि वापस विभाग के पास जमा करने की चेतावनी दी गयी है.
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