Chhattisgarh News: नक्सलियों ने बस्तर पुलिस पर संगठन की छवि खराब करने का आरोप लगाया है. बीजापुर जिले में बीते दिनों हुई 3 ग्रामीणों की हत्या पर पर्चा जारी कर नक्सलियों ने बस्तर पुलिस को षड्यंत्रकारी बताया है. नक्सलियों ने प्रेस बयान जारी कर आरोप लगाया है कि पुलिस अफवाहों से नक्सलियों की छवि खराब कर रही है. कुछ दिन पहले एक युवती और दो युवकों की हत्या मामले में पुलिस ने नक्सलियों के बीच गैंगवार बताया था. हालांकि नक्सलियों ने प्रेस नोट में  कहा है कि मारे गए लोगों पर पुलिस ने षड्यंत्र रचा है और मीडिया के माध्यम से संगठन की छवि खराब करने की कोशिश की है.


संगठन से गद्दारी पर दी गई मौत


नक्सलियों ने प्रेस नोट में कुछ दिन पहले एक युवक की हत्या मामले को स्वीकार किया और कहा है कि उसे जनअदालत लगाकर मौत के घाट उतारा गया. नक्सलियों का दावा है कि युवक संगठन के साथ गद्दारी कर रहा था इसलिए उसे सजा दी गई. नक्सलियों के क्रांतिकारी गंगालूर एरिया कमेटी की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि नक्सल संगठन बेवजह निर्दोष ग्रामीणों की हत्या नहीं करता. पुलिस नक्सली संगठन की छवि खराब कर रही है और हत्या मामले में झूठे और अर्नगल बयान दे रही है. प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक कुछ दिन पहले जनअदालत लगाकर हत्या किए गए ग्राम पूसनार का मिलिशिया कमांडर कमलु पूनेम सन 2018 से पुलिस का एजेंट बनकर संगठन को धोखा दे रहा था.


एरिया कमांडर होने के बावजूद उसने अपने ही लोगों और ग्रामीणों  पर हमला किया. नक्सलियों का कहना है कि पुलिस ने ने उसे 10 हजार रुपए दिए थे. पुसनार, हिरिल, मेटापाड़, बुराजी गांव में उसने हमला करवाया. पर्चे में कहा गया है कि 29 दिसंबर 2021 को पूनेम कमलू ने अपने ही परिवार की बहन मंगी पूनेम के साथ नाजायज संबंध बनाया. शारीरिक संबंध बनाने के बाद पुलिस के सामने आत्मसमर्पण जैसी गद्दारी करना चाह रहा था और संगठन छोड़  भाग रहा था. तभी उसे जनता ने पकड़कर जनअदालत में मौत की सजा सुनाई. नक्सलियों ने कहा कि पुलिस की तीन ग्रामीणों की हत्या वाली कहानी पूरी तरह से मनगढ़ंत और कोरा झूठ है. 


बस्तर आईजी ने कही ये बात 


इधर इस मामले पर बस्तर आईजी ने कहा था कि नक्सली गैंगवार के चलते अपने ही साथियों को जनअदालत लगाकर मौत के घाट उतार रहे हैं. उन्होंने कहा कि मिलिशिया कमांडर कमलू पुनेम और मंगी पूनेम के बीच प्रेम प्रसंग का मामला था और दोनों ही आत्मसमर्पण कर नई जिंदगी शुरू करना चाहते थे, लेकिन नक्सलियों को इसकी भनक लग गई और दोनों को एक साथ और एक ग्रामीण को मौत के घाट उतार दिया. नक्सलियों का प्रेस नोट जारी होने के बाद बस्तर के आईजी सुंदरराज पी ने कहा है कि नक्सली अपनी करतूतों को छुपाने के लिए इस तरह का झूठ बोल रहे हैं. सच है कि नक्सलियों में अब गैंगवार शुरू हो चुका है और अपने साथियों को मौत के घाट उतार रहे हैं, साथ ही निर्दोष ग्रामीणों की हत्या भी कर रहे हैं.


सप्ताह भर में 5 लोगों की हत्या  


बस्तर  पुलिस अधिकारियों के मुताबिक बीते सप्ताह भर में नक्सलियों ने जनअदालत लगाकर 5 लोगों की हत्या कर दी है. जिनमें 2 लोग खुद उनके संगठन के सदस्य थे, और 3 निर्दोष ग्रामीण. लंबे समय से नक्सली निर्दोष ग्रामीणों की हत्या करते आ रहे हैं. पिछले कुछ वर्षों से लगातार कमजोर पड़ रहे संगठन की बौखलाहट से पुलिस के खिलाफ विज्ञप्ति जारी कर रहे हैं. प्रेस नोट के मुताबिक अब तक नक्सलियों ने अपने एक साथी जन मिलिशिया कमांडर कमलू पूनेम समेत 2 लोगों की ही हत्या करने की बात कबूल की है. 


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