Chhattisgarh News: सूरजपुर जिले के जंगल वाले इलाके में बाघ होने की खबर से ग्रामीणों में दहशत, 6 महीने पहले हुआ था बाघिन का रेस्क्यू
Surajpur: सूरजपुर में छह महीने पहले ओड़गी के कुदरगढ़ क्षेत्र में बाघिन ने दो ग्रामीणों को मौत के घाट उतार कर एक को गंभीर रूप से घायल किया था. उस ग्रामीणों ने बाघिन पर टांगी से हमला भी किया था.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के सूरजपुर (Surajpur) जिले के ओड़गी विकासखंड में पाल दनौली के कुदरगढ़ वनपरिक्षेत्र के पास स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के द्वारा बाघ को देखे जाने की पुष्टि और वीडियो बनाकर वायरल किए जाने के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल है. उसी दौरान देर शाम को बिहारपुर-चांदनी क्षेत्र के बसनारा के पास भी बाघ को देखने की जानकारी मिली साथ ही पंजों के निशान भी मिले. दूसरी ओर वन अमला और गुरू घासीदास राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र के अधिकारी-कर्मचारियों ने अभी तक बाघ के होने की पुष्टि नहीं की है, लेकिन वन अमले ने स्थानीय ग्रामीणों से सतर्क रहने की अपील की.
इसके साथ ही पंजों के निशान और बाघ के जाने की दिशा में विभागीय निरीक्षण व सर्च अभियान शुरू कर दिया है. गौरतलब है कि, छह माह पूर्व ओड़गी के कुदरगढ़ क्षेत्र में बाघिन ने दो ग्रामीणों को मौत के घाट उतार कर एक को गंभीर रूप से घायल किया था. इस दौरान ग्रामीणों ने बाघिन पर टांगी से प्रहार कर उसे घायल कर दिया था. उसके पश्चात वन अमले के साथ तमोर पिंगला अभ्यारण और रायपुर से आयी प्रशिक्षित टीम ने संयुक्त ऑपरेशन कर ट्रैक्यूलाईज करके घायल बाघिन का रेस्क्यू किया था. साथ ही बेहतर इलाज कराने के बाद उसे अचानकमार के जंगलों में छोड़ दिया था.
ग्रामीणों में दहशत का माहौल
हालांकि, मिले पंजों के निशानों को देखकर वन अमले के साथ-साथ वन्य प्राणियों के बारे में जानकारी रखने वाले इसे बाघ के पंजे का निशान बता रहे हैं. जबकि दूसरी ओर बिहारपुर क्षेत्र के वन परिक्षेत्राधिकारी मेवालाल पटेल ने भी इस बात की पुष्टि की है कि, राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र घना जंगल होने के कारण आये दिन बड़े जंगली जानवर आते रहते हैं. उन्होंने बाघ के होने की आशंका को सीधे तौर पर तो स्वीकार नहीं किया, लेकिन संभावनाओं से भी इंकार नहीं किया. एक बार फिर बाघ की क्षेत्र में आमद और गर्जन से दहशत का माहौल हो गया है और लोग डर और चिंता के बीच एक बार फिर जंगलों की ओर जाने से कतराने लगे हैं.
बाघ या तेंदुआ संशय बरकरार
इसके पहले भी क्षेत्र में एक बार बाघ के होने की आशंका व सूचना दिए जाने की खबरें तेजी से फैली थी, लेकिन बाद में यह पता चला कि वह तेंदुआ था. ओड़गी व बिहारपुर क्षेत्र में बड़ी मात्रा में तेंदुए विचरण करते हैं और गांव के समीप मवेशियों को अपना शिकार भी बनाते हैं. इस बार भी बाघ है या तेंदुआ इस बात को लेकर गांव से लेकर विकासखंड मुख्यालय तक चर्चाओं का बाजार गर्म है. क्षेत्र में बाघ होने की आशंका और सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुए वीडियो की पुष्टि करने के साथ-साथ बाघ के आमद की तस्दीक करने के लिए वन अमला भी तेजी से मुस्तैद हो गया है.