Raipur News: कश्मीर में टारगेट किलिंग लगातार जारी है. कश्मीरी पंडितों और हिंदुओं को सुरक्षा को लेकर देशभर में सवाल उठाए जा रहे है. इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के काफिले के सामने नारेबाजी हुई है.कश्मीरी पंडितों को न्याय न्याय देने की मांग की गई है.
स्मृति ईरानी के काफिले के सामने नाराबेजी
दरअसल शनिवार को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी छत्तीसगढ़ के एक एकदिवसीय दौरे पर थी. इस दौरान दिनभर कई कार्यक्रमों स्मृति ईरानी शामिल हुई. फिर जब दिल्ली लौटने के लिए रायपुर एयरपोर्ट पहुंची तो, काफिले के सामने कुणाल शुक्ला ने कश्मीरी पंडितों को न्याय दो का पोस्टर दिखाया और नारेबाजी शुरू कर दी. इतने में पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे कर कुणाल शुक्ला को वहां से खदेड़ा और पोस्टर फाड़ दिया गया. वहीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने नारेबाजी को देखते हुए बिना जवाब दिए एयरपोर्ट के अंदर चली गई.
कश्मीर के बिगड़े हालात पर केंद्र सरकार को ठहराया जिम्मेदार
अब ये वीडियो रविवार को चर्चाओं में आ गया है. कश्मीरी पंडितों के मामले में आरटीआई एक्टिविस्ट और पत्रकारिता यूनिवर्सिटी में कबीर शोध पीठ के अध्यक्ष कुणाल शुक्ला ने स्मृति ईरानी के से हंगामा किया. वहीं कुणाल शुक्ला ने इस मामले पर कहा कि केंद्र सरकार कश्मीर मामले में कोई ठोस रणनीति नहीं बना रही है.जिसके चलते वहां हिंदुओं को निशाना बनाकर उनकी हत्याएं की जा रही है. आगे उन्होंने कहा कि कश्मीर का माहौल बिगाड़ने के पीछे केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठराया है.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार बोला हमला
कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी कश्मीर के मामले में केंद्र की बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि, धारा 370 का ढिंढोरा पीट रहे थे, 370 हट गया.जम्मू कश्मीर को तीन टुकड़े में बांट डाले.आज कश्मीरी पंडित और हिंदू मारे जा रहे हैं.इसके लिए जिम्मेदार कौन है? इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा? कल जम्मू में हिंदू कर्मचारियों ने रैली निकाली वहां जाना नहीं चाहते. इसके बारे में भारत सरकार को बोलना चाहिए.लोगों को सुरक्षा क्यों नहीं दे पा रहे? हिंदू मारे जा रहे हैं भाजपा मौन क्यों है?
घाटी में हो रही है लगातार हिंदुओं की हत्या
गौरतलब है कि घाटी में लगातार हिंदुओं की निशाना बनाकर हत्या की जा रही है.पिछले एक सप्ताह ने कई नागरिकों को मौत के घाट उतारा गया है. इससे कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा पर केंद्र सरकार घिरी हुई है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पांच दिनों में 7 नागरिकों की हत्या हुई है.
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