Durg News: जनता में पुलिस के व्यवहार को लेकर हमेशा लोगों को शिकायत रहती है लेकिन हमेशा ऐसा नहीं होता है. कुछ पुलिसकर्मी ऐसे भी होते हैं जो मानवता की सबसे बड़ी मिसाल पेश कर विभाग की शान बढ़ाने से पीछे नहीं हटते हैं. ऐसे ही दुर्ग जिले के मोहन नगर में पदस्थ दो आरक्षक ने एक बच्ची का जान बचाई जिसके बाद दुर्ग एसएसपी रामगोपाल गर्ग ने बकायदे आरक्षक को सम्मानित कर उनका हौसला बढ़ाया.
बच्ची की जान बचाने सड़क रोते हुवे भाग रही थी माँ
दरअसल मोहन नगर थाने के आरक्षक तारकेश्वर साहू एवं आरक्षक सकील खान स्टेशन रोड़ गुरुद्वारा के पास ड्यूटी में तैनात थे कि दोपहर करीब 3 बजे एक महिला अपने डेढ वर्षीय पुत्री को लिये हुए दौड़ते हुए जोर - जोर से चिल्ला कर आ रहीं थी. ड्यूटी में तैनात कर्मचारी आरक्षक द्वारा महिला के पास जाकर पूछा कि क्या हुआ तो महिला बहुत डरी सहमी थी ठीक से बोल नहीं पा रहीं थी. उसकी डेढ़ वर्षीय पुत्री ठीक से श्वास नहीं ले पास रहीं थी.
पुलिस के दो जवान फरिश्ते बनकर पहुंचे
उस महिला ने बताया कि बच्ची को दवाई खिलाए तो दवाई को अटक गई है. बस इतना बताते ही ड्यूटी में तैनात आरक्षक तारकेश्वर साहू एवं सकील खान ने बिना देरी करते हुए अपनी बाइक से उस महिला को उसके डेढ वर्षीय पुत्री के साथ बाइक में बैठाकर इलाज के लिए तत्काल यशोदानंदन अस्पताल में लेकर गए. जहां पर डॉक्टर द्वारा बच्ची का ईलाज किया गया. इलाज बाद बच्ची के परिजन अपने बच्ची को सकुशल घर लेकर गए. परिजन द्वारा पुलिस को धन्यवाद दिया गया.
एसएसपी ने दोनों पुलिस जवानों को किया सम्मानित
दोनों पुलिस जवानों की इस बहादुरी और तत्परता से किये गए इस काम को लेकर पूरे जिले में सराहना की जा रही है. ड्यूटी में तैनात उन पुलिस कर्मचारियों की तत्परता को देख एसएसपी दुर्ग राम गोपाल गर्ग के द्वारा दोनों आरक्षकों का सम्मान प्रशस्ति पत्र देकर और नकद इनाम देकर सम्मानित किया गया. दुर्ग एसएसपी रामगोपाल गर्ग ने कहा कि पुलिस के ऐसे कार्यों से जनता के साथ संबंध अच्छा होता है. इसी तरह के कामो से जनता से जुड़ाव होता है. पुलिस के सभी जवानों को सदैव जनता के हित मे तत्परता से काम करना चाहिए.
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