Chhattisgarh: मिचौंग तूफान से पटरी पर गिरा चट्टान, बाधित हुआ केके रेलमार्ग, सभी पैसेंजर ट्रेनें हुईं रद्द
Michong Strom: मिचौंग चक्रवाती तूफान की वजह से हो रही लगातार बारिश से आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. साथ ही रेलवे प्रशासन ने भी कई ट्रेनों के परिचालन को रद्द कर दिया है.
Bastar News: दक्षिण भारत के साथ-साथ छत्तीसगढ़ में भी मिचौंग चक्रवाती तूफान की वजह से हो रही लगातार बारिश से आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. साथ ही रेलवे प्रशासन ने भी कई ट्रेनों के परिचालन को रद्द कर दिया है. वहीं छत्तीसगढ़ जगदलपुर में भी किरंदुल-कोत्तवलसा के.के रेल मार्ग पर भारी बारिश की वजह से पटरी पर चट्टान गिर जाने से रेल मार्ग पूरी तरह से बाधित हो गया है. जिसके चलते इस रूट पर चलने वाली सभी पैसेंजर ट्रेन को रद्द कर दिया गया है.
रेलवे प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक बारिश से के.के रेल लाइन के त्याडा और शिवलिंगपुरम रेलवे स्टेशन के बीच पटरी पर चट्टान गिरी है. बड़े चट्टान के बोल्डर गिरने से पटरी को नुकसान पहुचा है. इधर छत्तीसगढ़ के किरंदूल से विशाखापट्टनम के लिए निकली एक्सप्रेस ट्रेन को विजयनगरम वाया रायगढ़ होकर रवाना किया गया है.
रेलवे स्टेशन के बीच पटरी पर गिरा चट्टान
दरअसल के.के रेल मार्ग पर अरकू सेक्शन और कोरापुट सेक्शन में पड़ने वाले घाट क्षेत्र में पहाड़ और चट्टानें खतरनाक स्थिति में है. यहां अब तक कई हादसे हो चुके हैं, जिसके चलते यह मार्ग खतरे से खाली नहीं है. वहीं चक्रवर्ती तूफान मिचौंग की वजह से लगातार हुई बारिश से घाट क्षेत्र में चट्टान टूटकर पटरी पर गिर गई, जिसके चलते इस रूट में चलने वाले सभी ट्रेनों के परिचालन को रद्द किया गया है. हालांकि जानकारी लगने के बाद तुरंत रेलवे की रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची है. लेकिन बताया जा रहा है कि जब तक पटरी से बोल्डर को हटा नहीं लिया जाता तब तक इस रूट पर चलने वाली ट्रेन बाधित रहेगी. जिससे यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ सकती है.
पैसेंजर ट्रेनो के साथ-साथ मालगाड़ी के परिचालन भी की गई रद्द
दरअसल छत्तीसगढ़ के किरंदुल से विशाखापट्टनम तक बिछाई गई के.के रेल लाइन 60 साल पुरानी रेल लाइन है. इस रेल लाइन में 30 से भी अधिक टर्नल पड़ते हैं. इसके अलावा मालगाड़ी से लेकर सभी पैसेंजर ट्रेन घाट और हिल स्टेशन से होकर गुजरती है. बारिश के मौसम में पटरी पर बड़े-बड़े चट्टानों के बोल्डर गिरने का डर बना हुआ रहता है. एक महीने पहले ही कोरापुट और जैपुर के बीच घाटी क्षेत्र में भूस्खलन होने के कारण के.के रेल लाइन करीब 42 दिनों तक इस रूट पर रेल यात्रा बाधित रहा और उसके बाद मिचौंग चक्रवर्ती तूफान की वजह से लगातार बारिश होने की वजह से फिर भूस्खलन हुआ है और चट्टान की बोल्डर पटरी पर जा गिरी है. जिससे एक बार फिर के.के रेल मार्ग बाधित हुआ है.
विशाखापट्टनम-किरंदुल नाइट एक्सप्रेस हुई रद्द
ईस्ट कोस्ट रेलवे द्वारा मिली जानकारी के अनुसार विशाखापट्टनम से निकलने वाली विशाखापट्टनम-किरंदुल नाइट एक्सप्रेस रद्द कर दी गई है. इसी तरह किरंदुल से छूटने वाली किरंदुल-विशाखापट्टनम नाइट एक्सप्रेस भी रद्द रहेगी. इसके अलावा बुधवार को भी विशाखापट्टनम से प्रस्थान करने वाली विशाखापट्टनम-किरंदुल पैसेंजर स्पेशल ट्रेन भी रद्द कर दी गयी है. साथ ही किरंदुल से छूटने वाली किरंदुल-विशाखापटनम पैसेंजर स्पेशल ट्रेन भी रद्द रहेगी. इधर पैसेंजर ट्रेनों के साथ-साथ इस रूट पर लौह अयस्क का परिवहन करने वाली मालगाड़ी भी रद्द कर दी गयी है. हालांकि मौके पर रेलवे की रेस्क्यू टीम पहुंचकर भारी बारिश के बावजूद पटरी पर गिरी बोल्डर को हटाने का काम कर रही है. फिलहाल पैसेंजर ट्रेनें कब तक रद्द रहेगी इसकी अब तक कोई जानकारी नहीं मिल पाई है.
ये भी पढ़ें: Chhattisgarh: ब्लाइंड मर्डर का खुलासा! युवती का गला घोटा फिर पेट्रोल छिड़क कर जलाया, प्रेमी गिरफ्तार