Chhattisgarh: श्रीमंत झा ने एशिया कप पैरा आर्म्रेसलिंग चैम्पियनशिप में जीता ब्रॉन्ज मेडल, भारत के शहीद जवानों को मेडल किया समर्पित
Armwrestling Championship: भिलाई के श्रीमंत झा ने एक बार फिर भिलाई सहित छत्तीसगढ़ का नाम पूरे देश में रोशन किया. आर्म्रेसलिंग चैंपियनशिप मैं श्रीमंत झा ने ब्रॉन्ज मेडल जीतकर भारत का नाम रोशन किया है.
Chhattisgarh News: भारत के साथ-साथ पूरे एशिया का नाम रोशन करने वाले भिलाई के श्रीमंत झा ने एक बार फिर भिलाई सहित छत्तीसगढ़ का नाम पूरे देश में रोशन किया है. श्रीमंत झा एशिया के एकमात्र और विश्व के तीसरे नंबर के पैरा आर्म रेसलिंग खिलाड़ी है. उज्बेकिस्तान में आयोजित एशिया कप पैरा आर्म्रेसलिंग चैंपियनशिप मैं श्रीमंत झा ने ब्रॉन्ज मेडल जीतकर भारत का नाम रोशन किया है. श्रीमंत झा की इस उपलब्धि पर छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने भी ट्वीट कर उन्हें बधाई दी है.
श्रीमंत झा ने जीता ब्रॉन्ज मेडल
दरअसल 18 नवंबर से 25 नवंबर के बीच उज़्बेकिस्तान में पैरा आर्म्रेसलिंग में एशिया कप प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था जिसमें एशिया के पहले और भारत के तरफ से नेतृत्व श्रीमंत झंकार रहे थे. श्रीमंत झा ने पीआईयूएच वर्ग में प्रतिस्पर्धा करते हुए किर्गिस्तान की चोलपोनबाई झारकुलोव को हराकर ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया है. श्रीमंत झा ने अपने जीते हुए पदक को देश के लिए शहीद जवानों के नाम समर्पित किया है.
श्रीमंत झा ने अपनी जीत का श्रेय इन लोगों को दिया
श्रीमंत झा ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय स्पोर्ट मिनिस्टर अनुराग ठाकुर और जिंदल स्टील एंड पावर के अध्यक्ष नवीन जिंदल, पीपुल्स आर्म रेसलिंग फेडरेशन इंडिया की अध्यक्ष प्रीति झंगियानी और महासचिव लक्ष्मण सिंह भंडारी और चेयरमैन सुरेश बेब को दिया है. आगे श्रीमंत झा ने कहा कि कोच और फिटनेस कोच ऋषभ जैन और राजू साहू ने दो महीने पहले छत्तीसगढ़ में जो काम किया, उससे मुझे यह पदक पाने में मदद मिली. यह मेरे लिए एक विशेष जीत है क्योंकि 3 साल के टूर्नामेंट के अंतराल के बाद यह मेरे लिए पहली विश्व चैंपियन जीत है.
वर्ल्ड नंबर 3 और एशिया नंबर 1 पैरा-आर्म रेसलर है श्रीमंत झा
श्रीमंत झा आगे कहा कि अब मेरा ध्यान आगामी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट पर है. मैं आज जो हासिल किया उसे दोहराना चाहूंगा, युवा खेल पर ध्यान दें, कुछ भी मुश्किल नहीं है. मैं जन्म से दिव्यांग हूं लेकिन फिर भी अपने देश के लिए पदक जीत रहा हूं. श्रीमंत ने 44 वां अंतरराष्ट्रीय पदक हासिल किया. वर्ल्ड नंबर 3 और एशिया नंबर 1 पैरा-आर्म रेसलर है. श्रीमंत झा ने कहा कि बेशक, यह पदक देश की जनता का है, लेकिन मैं इसे भारत के शहीद जवानों को मेडल समर्पित करना चाहता हूं. मैं पदक जीतने का सारा श्रेय अपने माता-पिता और जिंदल स्टील एंड पावर के चेयरमैन नवीन जिंदल को देता हूं. उनके आशीर्वाद और समर्थन के कारण ही मैं आज इस मुकाम पर हूं. श्रीमंत झा की एक और ख़ास बात ये है कि वो अपने किसी भी प्रदर्शन से संतुष्ट नहीं होते हैं और बेहतर करने का प्रयास करते रहते हैं.
सीएम ने श्रीमंत झा को दिए बधाई और शुभकामनाएं
श्रीमंत झा के इस उपलब्धि पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन्हें बधाई देते हुए ट्वीट कर लिखा कि जब हौसले बुलंद हों तो पहाड़ भी मिट्टी का ढेर लगता है. उज्बेकिस्तान में आयोजित एशिया कप पैरा आर्म-रेसलिंग चैंपियनशिप (पंजा लड़ाई) में दुनिया के तीसरे व एशिया के नंबर वन खिलाड़ी, छत्तीसगढ़ महतारी के लाल श्रीमंत झा को ब्रॉन्ज मेडल जीतने की हार्दिक बधाई एवं ढेरों शुभकामनाएं. विगत 12 वर्षों से देश और प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर रहे श्रीमंत ने यह पदक देश के शहीदों को समर्पित किया है. मैं श्रीमंत के लिए कामना करता हूं कि वे निरंतर सफलता हासिल कर छत्तीसगढ़ का नाम ऐसे ही रोशन करते रहें. उनका जज्बा, उनका जुनून प्रदेश के युवाओं के लिए प्रेरणास्पद है.
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