Ram Mandir: ‘समय मिला तो जाएंगे, नहीं तो…’, प्राण प्रतिष्ठा में जाने के सवाल पर बोले छत्तीसगढ़ कांग्रेस चीफ दीपक बैज
Ram Mandir: प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज ने भी राम मंदिर जाने को लेकर बयान दिया है. बैज का कहना है कि कांग्रेस का स्टंट क्लियर है जिसके पास समय है और जो जाना चाहता है वह जा सकते हैं.
Bastar News: 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा किया जाना है और इसको लेकर कांग्रेस में आमंत्रण को लेकर बवाल मचा हुआ है. कई कांग्रेसी नेता इसलिए नाराज है क्योंकि उन्हें 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा में आमंत्रण नहीं मिला है, तो कुछ कांग्रेसी नेता इसे आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा की वोट बैंक से जोड़ रही हैं. छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज ने भी राम मंदिर जाने को लेकर बयान दिया है.
दीपक बैज का कहना है कि कांग्रेस का स्टंट क्लियर है जिसके पास समय है और जो जाना चाहता है वह जा सकते हैं. अगर जो घर में रहकर पूजा कर सकता है, आस्था से एक फूल चढ़ा सकता है श्रद्धा से नमन कर सकता है, तो भी सही है. दीपक बैज के खुद जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह समय बताएगा,बहुत सारे काम है, अगर नहीं जा पाए तो घर मे रहकर हाथ जोड़ लेंगे और भगवान राम को नमन कर लेंगे.
वहीं छत्तीसगढ़ के बस्तर के आदिवासी अंचलो से बड़ी संख्या में बस्तरवासियों के भी 22 जनवरी को अयोध्या जाने की बात कही जा रही है. क्या ऐसा नहीं लगता कि उससे भाजपा का वोट बैंक और मजबूत होगा. इस सवाल पर दीपक बैज ने कहा कि भाजपा ना ही महंगाई पर चुनाव लड़ेगी, ना हीं भ्रष्टाचार और बेरोजगारी के मुद्दे पर चुनाव लड़ेगी और ना ही देश की अर्थव्यवस्था पर, बल्कि भगवान राम के नाम से चुनाव लड़ना चाह रही है. क्या भगवान राम सबके नहीं है? भगवान राम में सबकी आस्था है, लेकिन कभी पुलवामा के नाम से भाजपा वोट मांगती है और अब भगवान राम के नाम से वोट मांग रही है.
दीपक बैज ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार ने राम वनगमन को चिन्हाकित करने के साथ कौशल्या मंदिर और अन्य राम मंदिरों का जिर्णोद्धार किया, लेकिन कभी भगवान राम के नाम पर वोट नहीं मांगा. यह सिर्फ वोट बैंक की राजनीति है और भाजपा को कौन राम भक्त है, कौन नहीं है इसका सर्टिफिकेट देने की आवश्यकता नहीं है.
ये भी पढ़ें: Chhattisgarh: बिना बताए छुट्टी पर गए जूनियर डॉक्टर, जिला अस्पताल की चरमराई व्यवस्था, मरीज हुए परेशान