Chhattisgarh News: छ्त्तीसगढ़ के दुर्ग के पुलगांव थाना क्षेत्र से इंजीनियरिंग छात्र शिवांग चंद्राकर को लापता हुए एक हफ्ता बीत गया है, लेकिन अभी तक पुलिस लापता छात्र को ढूंढने में नाकाम साबित हुई है. दरअसल छह दिसंबर को शिवांग चंद्राकर रोज की तरह अपने घर मरोदा सेक्टर से चंदखुरी अपने फॉर्म हाउस सुबह से निकला था. अक्सर वह शाम तक वापस मरोदा अपने घर पहुंच जाता था, लेकिन उस शाम नहीं पहुंचा. छात्र को ढूंढने में पुलिस की छह टीमें काम कर रही हैं.
अब तक कोई सुराग नहीं
इस घटना को लेकर दुर्ग पुलिस 200 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाल चुकी है. लेकिन अब तक कोई भी सुराग नहीं मिला है. इस मामले में दुर्ग पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है मगर अब भी पुलिस के हाथ खाली हैं. वहीं पुलिस के आला अधिकारी भी इस घटना पर नजर बनाए हुए हैं. पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे 200 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाल चुकी है. साथ ही लापता इंजीनियर के परिजन व दोस्तों से पूछताछ भी कर रही है. फिलहाल अब तक पुलिस को कोई भी अहम जानाकरी नहीं मिल पाई है.
मोबाइल भी आ रहा बंद
हालांकि पुलिस लापता छात्र के मोबाइल नंबर को भी ट्रेस कर रही है लेकिन मोबाइल बंद बताया जा रहा है. इस वजह से पुलिस को मोबाइल नंबर ट्रेस करने में भी दिक्कत आ रही है. लापता छात्र की अंतिम लोकेशन फॉर्म हाउस के पास ही बताई जा रहा है जिसके बाद से अभी तक मोबाइल बंद है.
प्रेम प्रंसग की जताई जा रही आशंका
पुलिस सूत्रों ने बताया कि लापता इंजीनियरिंग छात्रा का एक युवती से प्रेम प्रसंग था लेकिन जब युवती ने शादी करने का दबाव बनाया तो शादी करने से इंकार कर दिया. वहीं युवती के परिजन शादी के लिए राजी थे लेकिन लापता इंजीनियरिंग के परिजन इस युवती से शादी मारने से इंकार कर रहे थे. इंजीनियरिंग छात्र ने लापता होने से पहले स्मृति नगर के एटीएम से दस हजार ट्रांजेक्शन किया था उसके बाद से कोई ट्रांजेक्शन नही हुआ. आंशका ये भी जताई जा रही है कि छात्र घर वालों से नाराज होकर कहीं चला गया हो.
10 हजार के ईनाम का एलान
दुर्ग पुलिस अधीक्षक बीएन मीणा ने बताया कि लापता हुए इंजीनियरिंग छात्र की सूचना देने वाले को दस हजार रुपये का नगद पुरस्कार दिया जाएगा. इसके बाद पुलिस से कई लोगों ने संपर्क किया लेकिन अभी तक पुलिस को छात्र की कोई पुख्ता जानकारी हाथ नहीं लगी है.
कई टीमों का हुआ गठन
पुलिस ने एक सप्ताह से लापता इंजीनियरिंग छात्र की तलाशी के लिए छह टीमों का गठन किया है. ये टीम मामले को सुलझाने के लिए अलग-अलग पहलुओं पर जांच कर रही हैं. इस टीम में साइबर सेल, परिजनों से पूछताछ, युवती के परिजनों व उसके दोस्तों से पूछताछ में जुटी हुई है. जानाकरी के अनुसार लापता इंजीनियरिंग छात्र अपने पास एक डायरी भी हमेशा रखता था, जिसमें दिन भर के खर्च किए रुपये का हिसाब किताब नोट किया जाता था.
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