Surguja News: 1 लाख 20 हजार, 1 लाख 40 हजार, 1 लाख 85 हजार, मेरा 2 लाख. ये आंकड़े सुनकर किसी को भी लगेगा कि सामान की बोली लग रही है, लेकिन ऐसा नहीं है. ये ऋण माफी के आंकड़ें हैं और किसान एक स्वर में मुख्यमंत्री को बता रहे हैं. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भेंट मुलाकात कार्यक्रम के तहत आज सरगुजा जिले के मंगरेलगढ़ गांव में पहुंचे थे. भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने किसानों से पूछा किस-किस का ऋण माफ नहीं हुआ है. उन्होंने जानना चाहा कि योजना के लाभ से वंचित रहनेवाला कोई किसान है? सवाल सुनते ही किसान अपने-अपने ऋण माफी की जानकारी मुख्यमंत्री को बताने लगे. सभी किसानों में ऋण माफी की रकम बताने की होड़ लग गयी. किसानों की खुशी देखकर मुख्यमंत्री ने बधाई दी और किसानों के लिए ताली बजवायी.


किसानों से मुख्यमंत्री ने जाना ऋण माफी का हाल
 
पटेला गांव के किसान रामकुमार गुप्ता ने बताया कि उनका 2 लाख रुपये का ऋण माफ हुआ था. उन्होंने कहा कि ऋण माफ होने से बहुत आर्थिक मदद मिली. रामकुमार ने बताया कि कर्ज माफी से बची रकम का इस्तेमाल उन्होंने ट्रैक्टर खरीदने में कर लिया. ट्रैक्टर खरीदकर खेती और अच्छे तरीके से कर पा रहे हैं. किसान ने कहा कि इस बार 500 बोरा धान बेचने से अच्छा लाभ हुआ है. रामकुमार गुप्ता अब बच्चों को अच्छे से पढ़ा भी पा रहे हैं. भेंट मुलाकात कार्यक्रम में जनता को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि प्रदेश सरकार समिति के जरिए 2500 रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी की.


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धान खरीदी के वक्त केंद्र ने डाला अड़ंगा- बघेल


उन्होंने केंद्र सरकार पर अड़ंगा लगाने का आरोप लगाया. मुख्यमंत्री ने बताया कि तब प्रदेश सरकार ने राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत 9 हजार रुपये प्रति एकड़ किसानों को दिया. मुख्यमंत्री बघेल ने फिर केंद्र सरकार पर बारदाना उपलब्ध नहीं कराने का आरोप लगाया. खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने बारदाने की व्यवस्था कराकर केंद्र सरकार को करारा जवाब दिया. किसानों से भी बारदाना लिया गया और 98 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई. 


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