Chhattisgarh News: चीन, जापान, अमेरिका जैसे देशों में एक बार फिर कोरोना कहर मचा रहा है. भारत के पड़ोसी देश चीन में रोजाना पांच हजार से ज्यादा कोरोना के नए मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में भारत में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की हाई लेवल मीटिंग ली और कोविड को लेकर आवश्यक कदम उठाए जाने के निर्देश दिए है. इसी क्रम छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिला प्रशासन की ओर से कोविड को लेकर एक आदेश जारी किया है. इसके बाद जिले में एक बार फिर कोविड संक्रमण को लेकर चर्चाएं तेज हो गई है.
दरअसल, सरगुजा जिला प्रशासन की ओर से अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी (ADM) ने बाल देखरेख संस्थाओं में कोविड नियमों का कड़ाई से पालन करवाने का आदेश जारी किया है. 22 दिसंबर को जारी आदेश में कहा गया है कि भारत के पड़ोसी देशों में लगातार कोविड के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है. वहीं इससे बचाव को ध्यान में रखते हुए किशोर न्याय (बालकों को देखरेख और संरक्षण) अधिनियम 2015 के अंतर्गत राज्य में पंजीकृत बाल देखरेख संस्थाओं में निवासरत बालक, बालिकाओं में संक्रमण रोकने और संक्रमण की अवस्था में नियंत्रण के लिए गाइडलाइन को फॉलो किया जाए.
बार-बार हाथ धोने की दें सलाह
प्रशासन की ओर जारी आदेश में कहा गया है कि संस्था में निवासरत बच्चों को बार-बार साबुन व साफ पानी से कम से कम 40 सेकेंड तक हाथ धोने के लिए प्रेरित किया जाए. संस्था में निवासरत बच्चों को हाथ की स्वच्छता का नियमित रूप से अभ्यास कराना चाहिये और साबुन व साफ पानी से बार-बार हाथ धोना चाहिए. खांसते व छींकते समय रूमाल या कपड़े से मुंह और नाक को ढंकने के लिए प्रेरित करें और नाक, मुंह, आंख या चेहरे को छूने से बचने की सलाह दें. यदि बच्चे बीमार हैं तो उन्हें अलग कमरे में रखें और उनको मास्क का उपयोग करने के लिए प्रेरित करें.
बच्चों को भीड़-भाड़ वाले इलाके में ले जाने से बचें
इनके शरीर के तापमान की जांच नियमित रूप से करते रहें. सर्दी, खांसी या फ्ल्यू जैसे लक्षण वाले किसी भी व्यक्ति के निकट संपर्क में आने से बच्चों को बचाए. साथ ही उन्हें खांसने या छींकने वाले व्यक्ति से एक मीटर की दूरी बनाएं रखने के लिए सलाह दें. संस्था परिसर में कार्यरत स्टाफ या बालक, बालिकाओं में से किसी भी व्यक्ति में कोरोना वायरस के लक्षण (खांसी, बुखार या सांस लेने में कठिनाई) हो तो नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र या किसी डॉक्टर के पास ले जाने की व्यवस्था और स्वास्थ्य
साफ-सफाई पर दिया जाए ध्यान
केन्द्रों में ऐसे बच्चों के उपचार के लिए अलग से कक्ष बनाकर इलाज की व्यवस्था की जाए. संस्था में बच्चों की व्यक्तिगत स्वच्छता और आवासीय स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाए. जैसे नियमित रूप से कपड़ों को धोना, कमरों की साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए. कोरोना वायरस के लक्षणों और इसके संभावित खतरों की जानकारी आवासीय बालक, बालिकाओं को आवश्यक रूप से प्रदान करें. बच्चों को भीड़-भाड़ वाले स्थानों जैसे पार्क, मॉल, बाजार आदि ले जाने से बचें.
छत्तीसगढ़ में 4 एक्टिव केस
बाल देखरेख संस्थाओं को कोविड अनुरूप व्यवहार (जैसे- मास्क लगाना, परस्पर भौतिक दूरी और हाथ, मुंह को साफ रखना) का पालन किये जाने के लिए बच्चों को प्रेरित किया जाए. कोरोना वायरस से बचाव के संबंध में 12 से 18 आयु वर्ग के बच्चों का कोविड-19 टीकाकरण स्वास्थ्य विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर पहली और दूसरी डोज शत् प्रतिशत करवाने के संबंध में आवश्यक पहल की जाए. गौरतलब है कि वर्तमान में भारत में रोजाना कोरोना के 100 से ज्यादा नए केस सामने आ रहे हैं. वहीं पड़ोसी देश चीन में फैले कोरोना संक्रमण की तरह यहां की स्थिति न हो.
1372 लोगों के लिए गए सैंपल
इसलिए केंद्र और राज्य सरकारें फिर से कोविड गाइडलाइन का पालन करवाने के लिए सतर्क हो गई हैं. छत्तीसगढ़ में वर्तमान में 4 एक्टिव केस है. 22 दिसंबर को 1372 लोगों के सैंपल लिए गए थे, इनमें से लोग पॉजिटिव मिले हैं. वहीं सरगुजा जिले में वर्तमान समय में कोविड के एक भी एक्टिव केस नहीं है, लेकिन बच्चों में संक्रमण फैलने की संभावना को देखते हुए प्रशासन पहले से सतर्कता बरत रही है. सरगुजा जिले में अब तक 28,788 केस सामने आ चुके हैं इनमें से 38,537 लोग रिकवर हो चुके हैं. वहीं 251 की मृत्यु हुई है.