Bilaspur News: छत्तीसगढ़ में इन दिनों पुलिस चिट फंड के आरोपियों का धरपकड़ बड़ी तेजी से कर रही है. बिलासपुर पुलिस को 4 साल से फरार जीएन गोल्ड चिट फंड कंपनी के मार्केटिंग हेड को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है. जीएन गोल्ड कंपनी ने आम नागरिकों से पैसे दुगने करने का झांसा देकर करीब 5 करोड़ ठगी के बाद से फरार था. अब पुलिस ने महाराष्ट्र गोंदिया से आरोपी को गिरफ्तार किया है. 


जिला प्रशासन ने अब लोगों को पैसे लौटाना किया शुरू
दरअसल प्रदेशभर में चिट फंड कंपनियों ने करोड़ो रुपए आम नागरिकों से ठगे है. अब जिला प्रशासन चिट फंड कंपनियों की संपत्ति कुर्क करने के बाद निवेशकों के डूबे रकम को वापस लौटने शुरू कर चुकी है. राजनांदगांव के निवेशकों को पैसे वापस लौटाए गए है. वहीं इस मामले पर सीएम भूपेश बघेल ने तेजी लाने के लिए गृह विभाग को निर्देश दिए है. इसके बाद लागातार पुलिस विभाग सक्रिय है. 


पुलिस लगातार कर रही है छानबीन
बिलासपुर एसपी पारुल माथुर ने बताया कि, चिट फंड कंपनियों के गिरफ्तारी के लिए जिले के एडिशनल एसपी  ग्रामीण रोहित झा को नोडल अधिकारी बनाया गया है. इनकी टीम लगातार आरोपीयों को पकड़ने के लिए छानबीन कर रही है. जीएन गोल्ड कंपनी के आरोपीयों को पकड़ने के लिए टीम ने महाराष्ट्र गई थी. जहां पुलिस ने कंपनी के मार्केटिंग हेड खेमेंद्र बोपचे को दबोचा है. वहीं पुलिस ने बताया की इससे पहले जीएन गोल्ड चिट फंड कंपनी के डायरेक्टर सतनाम सिंह रंधावा को हरियाणा से गिरफ्तार किया गया था और इसी महीने कंपनी  से जुड़े नरेंद्र सिंह को भी पुलिस ने हरियाणा से गिरफ्तार किया है.


चिटफंड कंपनी ने छह जिलों में बिछाया था जाल
पैसे डबल स्कीम के लिए कंपनी ने 6 जिलों में जाल बिछाया था. इसमें रायपुर, कोरबा, धमतरी, बेमेतरा, दुर्ग और सरगुजा जिले में ठगी के 9 मामले दर्ज है. वहीं बिलासपुर जिले में इस कंपनी के खिलाफ सरकंडा, बिल्हा, मस्तूरी, कोटा, तखतपुर, रतनपुर और तोरवा में 7 मामले दर्ज है.