Durg Crime News: छत्तीसगढ़ के दुर्ग में सरकारी अस्पताल की महिला डॉक्टर 80 पैसे के लालच में ऑनलाइन ठगी (Cyber Fraud) का शिकार को गई. महिला ने 80 पैसे वापस पाने के लिए 1 लाख की ठगी का शिकार हो गई. पीड़ित महिला डॉक्टर (Doctor) ने इस ठगी रिपोर्ट नंदनी थाने दर्ज कराई है. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. दरअसल, महिला एक रुपये का रिचार्ज कराकर फोन की वैलिडिटी बढ़ाने के झांसे में आकर ठगी का शिकार हो गई.
ऐसे हुई ठगी की पूरी वारदात
दरअसल, हुआ यूं कि अहिवारा क्षेत्र में रहने वाली सरकारी अस्पताल की डॉक्टर तनुजा लिल्हारे के पास एक अनजान फोन आया. फोन करने वाले व्यक्ति ने अपने आप को बीएसएनएल कंपनी का अधिकारी बताते हुए कहा कि मैडम आपकी सिम की वैलिडिटी खत्म होने वाली है. अगर आप एक रुपए का रिचार्ज करती है तो आप की वैलिडिटी बढ़ जाएगी. साथ ही अनजान शख्स ने यह भी कहा कि आप एक एप्लीकेशन डाउनलोड कर लीजिए जिससे आपको बीएसएनएल कंपनी की सारी जानकारी आपको मिलती रहेगी.
डॉक्टर ने एप्लीकेशन डाउनलोड करके ₹1 का रिचार्ज कर लिया. फिर थोड़ी देर बाद अनजान शख्स का फिर से फोन आया उसने महिला डॉक्टर से कहा कि आप उस एप्लीकेशन को खोलेंगे तो आपको 80 पैसे वापस हो जाएंगे. महिलाएं ने जैसे ही उस एप्लीकेशन को खोला उसके थोड़ी देर बाद ही उनके खाते से 99 हजार 9 सौ 99 रुपए कट गए. तब जाकर महिला को एहसास हुआ कि वह ठगी का शिकार हो गई है. जिसके बाद महिला ने नंदनी थाने में एस आई आर दर्ज कराई है.
80 पैसे वापस पाने के चक्कर मे 1 लाख रुपये गवाएं
डीएसपी हेड क्वार्टर अभिषेक झा ने बताया कि शिकायतकर्ता तनुजा लिल्हारे अहिवारा की रहने वाली है और वह पेशे से सरकारी डॉक्टर है. डॉक्टर को एक अनजान कॉल आया और उसने कहा कि आपके सिम की वैलिडिटी समाप्त होने वाली है आप ₹1 का रिचार्ज करेंगे तो आप की वैलिडिटी बढ़ जाएगी.
महिला ₹1 का रिचार्ज की और फिर थोड़ी देर बाद उस अनजान शख्स का फोन आया और कहा कि आप एनीडेस्क एप्लीकेशन डाउनलोड करेंगे तो आपको एक रुपए मैं से 80 पैसे वापस मिल जाएंगे. जैसे ही डॉक्टर ने एनिडेस्क एप्लीकेशन डाउनलोड किया वैसे ही उनके खाते से 99999 रुपये कट गए. इसके बाद डॉक्टर ने नंदनी थाने में शिकायत दर्ज की है. जिस पर पुलिस साइबर सेल की मदद से मामले की जांच में जुट गई है. और जल्द ही इस ठगी के आरोपी को पकड़ लिया जाएगा.
क्या है एनीडेक्स एप्लिकेशन
एनीडेक्स एप्लिकेशन एक ऐसा सॉफ्टवेयर है, जिसकी मदद से दूर बैठा व्यक्ति भी इंटरनेट के माध्यम से सामने वाले के मोबाइल व लैपटॉप को कंट्रोल कर सकता है. इस एप का अपना एक कोड होता है. जैसे ही आपके एप का कोड सामने वाला अपने एप में डालता है और आप उसे एक्सेप्ट करते तो वह आपके मोबाइल या लैपटॉप को पूरी तरह से कंट्रोल कर सकता है.
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