Surguja News: छत्तीसगढ़ के सरगुजा (Surguja) जिले में उदयपुर वनपरिक्षेत्र के खोंधला पहाड़ पर शिकारियों द्वारा बिछाए तार में गुरुवार की दोपहर तीन भालू फंस गए. भालुओं ने तार से निकलने की काफी कोशिश की लेकिन निकल नहीं पाए. वहीं भालुओं (Bears) के चिल्लाने की आवाज सुनकर वहां ग्रामीणों की भीड़ जुट गई. सूचना पर वन अमला भी मौके पर पहुंचा. इस दौरान एक भालू किसी तरह तारों से छूट गया और उसने लोगों के पीछे दौड़ लगा दी.


भालू से अपनी जान बचाने के चक्कर में 4 वन कर्मचारियों समेत 8 लोग घायल हो गए. भागने के दौरान उनके हाथ और पैर में चोट आईं. वहीं जैसे ही भालू भीड़ की तरफ दौड़ा तो वन विभाग के परिक्षेत्र सहायक ने साहस का परिचय देते हुए भालू की गर्दन पकड़ ली और उसे नाले की ओर ढकेल दिया.


रेस्क्यू के दौरान एक भालू की मौत


इसके बाद बचे दो भालूओं को ट्रेक्यूलाइज कर बेहोश किया गया. दोनों में से डेढ़ वर्षीय एक भालू इंजेक्शन लगने से छटपटाने लगा और तार में गर्दन जकड़ जाने से उसकी मौत हो गई. दरअसल, उदयपुर इलाके के खोंधला पहाड़ से अजीब तरह की आवाज आने पर ग्रामीण वहां पहुंचे तो देखा कि 3 भालू तार में फंसे हुए हैं. इसकी सूचना उन्होंने वन विभाग को दी जिसके बाद एसडीओ विजेंद्र सिंह ठाकुर, रेंजर सपना मुखर्जी दल बल के साथ मौके पर पहुंचे. वहीं काफी ज्यादा भीड़ देखकर भालू खुद को तारों से छुड़ाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन सफल नहीं हो पा रहे थे. इस बीच एक मादा भालू तार से छूटकर लोगों की ओर दौड़ी जिसे देखकर लोग वहां से भागने लगे. भागते हुए कई लोग जंगल में पत्थर व झाड़ियों से टकराकर गिर पड़े. इस घटना में 4 वनकर्मी समेत 8 लोग घायल हो गए. 


शाम 4:30 बजे तक दो भालू तार में ही फंसे रहे. तब वन विभाग के अधिकारियों ने उन्हें ट्रेक्यूलाइज कर बाहर निकालने का फैसला लिया.  वन अधिकारियों के बुलावे पर डॉ. अजीत पाण्डेय वहां पहुंचे और तार में फंसे दोनों भालुओं को ट्रेक्यूलाइज किया. ट्रेक्यूलाइज गन लगने से डेढ़ वर्षीय भालू छटपटाने लगा और तार से गर्दन कस जाने से उसकी मौत हो गई. इसके बाद वन विभाग की टीम द्वारा भालुओं को तार से छुड़ाया गया. वहीं मृत भालू का शुक्रवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा. बता दें कि खोंधला पहाड़ पर शिकारियों द्वारा शिकार करने के लिए तार बिछाया गया था. यह तार वाहन के एक्सीलेटर वायर थे. वन विभाग ने मौके से 30-40 की संख्या में एक्सीलेटर वायर जब्त किए हैं, वहीं किन लोगों के द्वारा ये तार बिछाया गया, इसकी तस्दीक की जा रही है.


शिकार के लिए किसने बिछाए तार, की जा रही जांच


मामले को लेकर एसडीओ विजेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि तार में भालुओं के फंसे होने की सूचना पर तत्काल वनपरिक्षेत्र अधिकारी और उनकी पूरी टीम मौके पर पहुंची और डॉक्टर को भी बुलाया गया. तीन भालुओं में से एक मादा थी और दो उसके बच्चे थे. मादा भालू तारों से निकलने में कामयाब रही और जंगल की ओर चली गई, जबकि उसके दोनों बच्चे तारों से नहीं निकल पाये. एक बच्चे का पंजा तार में फंसा था, दूसरे का गला फंसा था, जिसका गला फंसा था उस भालू की दम घुटने की वजह से मौत हो गई जबकि दूसरे भालू को सफल रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ दिया गया है. उसे कहीं किसी जगह पर चोंट नहीं थी. उन्होंने कहा कि ये तार किसने लगाए उसकी जांच की जाएगी. एसडीओ ठाकुर ने बताया कि मादा भालू ने वहां खड़े लोगों पर हमला भी कर दिया कई लोगों को चोंट भी लगी है. फिलहाल सभी सुरक्षित हैं.


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