Bastar News: बढ़ती महंगाई की वजह से एक तरफ जहां राशन सामानों के दाम आसमान छू रहे हैं वहीं दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ के बस्तर में हरी सब्जियों के दाम भी तेजी से बढ़ रहे हैं, खासकर टमाटर इस मौसम के फलों के राजा आम से भी ज्यादा महंगा और बाजार में खास हो गया है. आलम यह है कि सब्जी बाजार में आम जनता से लेकर खास लोगों की रसोई पर कब्जा रखने वाला टमाटर इन दिनों गरीबों की थाली से गायब हो गया है. पिछले एक हफ्ते तक 40 रुपये के आसपास बिकने वाले टमाटर के दाम दोगुने हो गए हैं और प्रति किलो 80 से 100 रुपये  तक पहुंच गया है, इधर सब्जी व्यापारी टमाटर के दाम बढ़ने की वजह भीषण गर्मी में आवक कम होना बता रहे हैं.


आवक कम होने के चलते बढ़े दाम 
कुछ महीने पहले प्याज ने बस्तर वासियों को रुलाया था और इसकी कीमत 100 से 120 रुपये प्रति किलो हो गई थी और उसके बाद अब बाजार में सबसे ज्यादा टमाटर महंगी बिक रही है. पिछले कुछ दिनों से लगातार टमाटर के दाम बढ़ रहे हैं, वर्तमान में थोक में टमाटर की कीमत 70 रुपये प्रति किलो हो गई और चिल्हर में 80 रु से 100 रुपये प्रति किलो बिक रही है.


बताया जा रहा है कि मांग के हिसाब से आपूर्ति में कमी होने के चलते इसके दाम में काफी बढ़ोतरी देखी जा रही है और जिस तरह से इसकी आवक में कमी देखी जा रही है उसके मुताबिक आने वाले दिनों में इसके दाम और बढ़ सकते हैं और उसके बाद मध्यम वर्ग और गरीब परिवारों के रसोई से टमाटर पूरी तरह से गायब ही होने वाला है.


आम और इमली से चला रहे काम 
इधर बढ़ी हुई कीमत के चलते टमाटर इन दिनों आम जनता के किचन से गायब हो गया है. रसोई में सब्जी के स्वाद बढ़ाने अब ग्रहणी कच्चे आम और इमली का इस्तेमाल करने लगी है, इन दिनों आम 30 से 40 किलो की दर में  बिक रहा है, और यही वजह है कि टमाटर की खटाई के बदले अब सब्जियों में आम की खटाई का स्वाद आने लगा है.


इधर भीषण गर्मी के वजह से बाकी सब्जियों के दाम भी तेजी से बढ़े हैं ,लेकिन सबसे ज्यादा टमाटर के दाम आसमान छू रहे हैं सब्जी मंडी के व्यापारियों का कहना है कि आने वाले दिनों तक टमाटर की ऐसे ही आवक कम बनी रहेगी तो टमाटर 130 से 150 रू. तक प्रति किलो बिकेगी, एक महीने पहले जहां टमाटर की कीमत 20 से 30 रु. थी. वहीं वर्तमान में  तेजी से टमाटर की आवक कम होने के  चलते बस्तर के पूरे सब्जी मंडी में एक्का दुक्का जगह ही टमाटर की दुकान  देखी जा रही है, इधर शादी ब्याह का सीजन होने के बावजूद लोग टमाटर  के दाम सुनकर तौबा कर रहे हैं और टमाटो केचप और सॉस का उपयोग कर काम चला रहे हैं.


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