Chhattisgarh News: बस्तर में बदला मौसम का मिजाज, ओलावृष्टि में हुए दर्जनों पेड़ धराशायी, फसल को हुआ भारी नुकसान
Bastar : छत्तीसगढ़ के बस्तर में अचानक आए मौसम में बदलाव की वजह से शनिवार शाम 4 बजे से तेज बारिश का कहर जारी है. तूफानी हवाएं और तेज बारिश से गर्मी से राहत मिली है.
Bastar News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बस्तर में अचानक आए मौसम में बदलाव की वजह से शनिवार शाम 4 बजे से तेज बारिश का कहर जारी है, तूफानी हवाएं और तेज बारिश से शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के कई पेड़ और बिजली के खम्बे धराशायी हो गए है.
गर्मी से मिली है राहत
मौसम में आए अचानक बदलाव की वजह से एक तरफ जहां भीषण गर्मी से बस्तर वासियों को राहत मिली है, वहीं दूसरी तरफ इस तेज बारिश और ओलावृष्टि से सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद होने की आशंका जताई जा रही है. वहीं मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि आने वाले दो-तीन दिनों तक ऐसे ही मौसम का मिजाज रहेगा. इसके साथ ही बस्तर संभाग में कई जगहों पर गरज चमक के साथ तेज बारिश और ओलावृष्टि होने की भी चेतावनी दी गई है.
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खुशनुमा हुआ बस्तर का मौसम गर्मी से मिली राहत
मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात का असर और द्रोणिका का असर दक्षिण बस्तर में देखा जा रहा है. दोपहर के बाद मौसम में बदलाव की वजह से दक्षिण बस्तर समेत प्रदेश के कई इलाकों में बारिश हो रही है. वैज्ञानिकों ने बताया कि आने वाले दो-तीन दिनों तक द्रोणिका का असर बने रहने वाला है. दोपहर तक मौसम खुले रहने के बाद शाम होते ही बादल छाने के साथ दक्षिण बस्तर के कई हिस्सों में तेज बारिश और ओले गिर सकते हैं. इसके साथ ही गरज चमक के साथ बिजली गिरने की आशंका है. मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि बस्तर में वर्तमान में न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस हो गया है. एक तरफ जहां दोपहर 1 बजे तक बस्तर का तापमान 39. 9 डिग्री था, वही शाम होते ही मौसम ठंडा हो गया है और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री दर्ज की गई है.
बारिश से फसलों व धान को नुकसान
इधर मौसम में अचानक आए बदलाव से एक तरफ जहां बस्तर वासियों ने भीषण गर्मी से राहत महसूस की है. वहीं दूसरी तरफ तेज बारिश की वजह से कई क्षेत्रों में सैकड़ो एकड़ फसल बर्बाद होने का भी अनुमान लगाया जा रहा है. वहीं बस्तर में लाखो क्विंटल धान के उठाव नहीं होने की वजह से खुले आसमान में संग्रहण केंद्रों में पड़ा हुआ है. ऐसे में इस तेज बारिश में धान के भी बारिश में भीगने से खराब होने का अनुमान लगाया जा रहा है. फिलहाल आने वाले तीन चार दिनों तक बस्तर में शाम होते तेज गरज चमक के साथ ओलावृष्टि होने की पूरी संभावना मौसम वैज्ञानिकों ने जताई है.
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