Chhattisgarh News: देश में छत्तीसगढ़ के बस्तर का चित्रकोट वाटरफॉल मिनी नियाग्रा के नाम से मशहूर है. चित्रकोट वाटरफॉल के लगभग 110 फीट ऊंचाई से छलांग लगाने वाली युवती का अब तक कुछ पता नहीं चल सका है. घटना के 20 घंटे ऊपर बीत गए हैं, लेकिन SDRF की टीम युवती का शव बरामद नहीं कर सकी है. हालांकि SDRF की टीम शुक्रवार शाम से ही शव को ढूंढने के कड़ी मशक्कत कर रही है. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक युवती अकेले वाटरफॉल पहुंची हुई थी और सभी ने समझा कि वह वाटरफॉल के पास सेल्फी लेने के लिए गई है. लेकिन देखते ही देखते युवती ने वाटरफॉल से नीचे छलांग लगा दी. 


SDRF की टीम चला रही सर्च अभियान
चित्रकोट डिवीजन के  DSP पंकज ठाकुर ने बताया कि पुलिस शुक्रवार शाम से ही युवती का पता लगाने में जुटी हुई है. लेकिन अब तक कुछ हाथ नहीं लग सका है. SDRF की टीम को युवती के बॉडी के खोजने के लिए बुलाया गया है और लगातार टीम काफी मशक्कत भी कर रही है. हालांकि मौके पर से युवती के कुछ कपड़े बरामद किए गए हैं. जबकि SDRF के कमांडेंट संतोष मार्बल भी अपनी टीम के साथ वाटरफॉल में बॉडी तलाशने में जुटे हुए हैं. उनका कहना है कि उनके पास सारे संसाधन हैं, मगर वाटरफॉल के आस-पास बड़े पत्थर हैं, ऐसे में बॉडी किसी पत्थर के नीचे भी फंसे होने का अनुमान उन्होंने लगाया है. 


Chhattisgarh: अबूझमाड़ के इस बच्चे ने जीता CM भूपेश बघेल का दिल, नक्सलियों की धमकी के बावजूद अपने हुनर से बनाई पहचान


इससे पहले भी हुए हादसे 
इधर वाटरफॉल के सुरक्षा में इतनी बड़ी चूक पर सभी जिम्मेदार अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं. इससे पहले भी इस वाटरफॉल में कई बड़े हादसे हो चुके हैं और कई लोगों की जान भी जा चुकी है. लेकिन वाटरफॉल के आसपास बैरिकेट्स नहीं बनाए गए हैं और ना ही सावधान के बोर्ड लगाए गए हैं. ऐसे में आसानी से पर्यटक इस वाटरफॉल के नजदीक जाकर फोटो खीचने लगते हैं. इसमें कई लोग दुर्घटना के शिकार भी हो जाते  हैं. 


हालांकि कुछ समय तक इस वाटरफॉल के पास स्थानीय चित्रकोट पुलिस चौकी के जवानों को तैनात किया जाता था, लेकिन शुक्रवार को यह जवान दूर-दूर तक नजर नहीं आएय जिस वजह से आसानी से युवती वाटरफॉल के सबसे ऊपर चढ़ गई और वहां से छलांग लगा दी. फिलहाल इस घटना के बाद अब पर्यटन विभाग के जिम्मेदार अधिकारी वाटरफॉल के आसपास बेरिकेट्स लगाए जाने के साथ ही स्थानीय चौकीदार भी तैनात करने की बात कह रहे हैं.


Chhattisgarh: डाक्टरों और नर्सों की सूझबूझ लाई रंग, नॉर्मल डिलीवरी में महिला ने 3 बच्चों को दिया जन्म