Raipur News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में घूम-घूम कर मोबाइल मेडिकल यूनिट(Mobile Medical Unit) से लोगों को इलाज किया जाता है, लेकिन अब सरकार गोवंश के इलाज के लिए भी मोबाइल मेडिकल यूनिट सेवा शुरू करने  जा रही है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री गोवंश मोबाइल चिकित्सा योजना (Chief Minister's Govansh Mobile Medical Scheme) शुरू करने का ऐलान किया है. इसके लिए सीएम ने अधिकारियों को निर्देश भी दे दिया है. जल्द ही योजना का प्रारूप तैयार कर इसे लागू किया जाएगा.


क्या है मुख्यमंत्री गोवंश मोबाइल चिकित्सा योजना
शनिवार को सीएम बघेल ने पशुपालकों को बड़ी राहत देते हुए  मुख्यमंत्री गोवंश मोबाइल चिकित्सा योजना का ऐलान किया. योजना के तहत घर-घर जाकर अब बीमार पशुओं का इलाज किया. शुरुआत में योजना के तहत हर जिले में 1 या 2 वाहन चलाए जाएंगे. इसके बाद इस धीरे-धीरे योजना का विस्तार किया जाएगा.


इलाज का पूरा खर्च उठाएगी सरकार
 यहां यह भी बता दें कि गोवंश के इलाज का पूरा खर्च अब सरकार उठाएगी. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसको लेकर किए एक ट्वीट में कहा, 'जिस प्रकार मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना और मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना से सभी को अच्छा इलाज मिल रहा है, उसी प्रकार हमने अब ‘मुख्यमंत्री गोवंश मोबाइल चिकित्सा योजना’ शुरू करने का निर्णय लिया है. नागरिकों के साथ-साथ अब गोवंश को भी उत्तम चिकित्सा प्रदान की जाएगी.


इंसानों की तरह मिलेगी जानवरों को बेहतर इलाज की सुविधा
गौरतलब है कि राज्य के लोगों के बेहतर इलाज के लिए विकासखंडों से लेकर जिला मुख्यालयों तक शासकीय अस्पतालों के साथ-साथ मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना और मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना का संचालन किया जा रहा है. इसके तहत मोबाइल मेडिकल यूनिटों के माध्यम से शहरी श्रमिक बस्तियों से लेकर दूरस्थ और दुर्गम स्थलों में रहने वाले नागरिकों तक बेहतर चिकित्सा सुविधाएं पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है. इसी तर्ज पर अब पशुधन के संरक्षण और संवर्धन के लिए गोवंश के बेहतर स्वास्थ्य के लिए भी मोबाइल चिकित्सा वाहनों का इस्तेमाल किया जाएगा. 


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