Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में अब तक मतदाताओं की संख्या में कितनी हुई वृद्धि, राज्य में कितने हैं थर्ड जेंडर मतदाता?
छत्तीसगढ़ के 18 जिलों में पांच विशेष पिछड़ी जनजातीय समूहों जैसे कमार, बिरहोर, पहाड़ी कोरवा, बैगा और अबूझमाड़िया निवासरत हैं. प्रदेश में इन जनजातीय समूहों के कुल एक लाख 86 हजार 198 लोग रहते हैं.
छत्तीसगढ़ में निर्वाचक नामावलियों के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण के बाद प्रदेश में एक लाख 97 हजार मतदाताओं की संख्या बढ़ गई है. विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण के बाद 1 जनवरी 2023 की स्थिति में 5 जनवरी को निर्वाचक नामावलियों का अंतिम प्रकाशन किया गया है. इसके अनुसार प्रदेश में अभी पंजीकृत मतदाताओं की कुल संख्या एक करोड़ 94 लाख 54 हजार नौ है. इनमें 97 लाख 27 हजार 594 पुरूष मतदाता और 97 लाख 26 हजार 415 महिला मतदाता हैं. प्रदेश में एक लाख 46 हजार 981 दिव्यांग एवं 811 थर्ड जेंडर मतदाता हैं.
एक लाख 97 हजार मतदाता छत्तीसगढ़ में बढ़े
छत्तीसगढ़ में लिंगानुपात निर्वाचक नामावलियों के 9 नवम्बर 2022 को प्रारंभिक प्रकाशन के समय 999 था. जो कि 5 जनवरी 2023 को अंतिम प्रकाशन की स्थिति में 1000 हो गया है. प्रारंभिक प्रकाशन के समय प्रदेश में कुल मतदाताओं की संख्या एक करोड़ 92 लाख 56 हजार 064 थी. जिनमें 96 लाख 30 हजार 671 पुरूष मतदाता एवं 96 लाख 25 हजार 393 महिला मतदाता शामिल थीं.
फोटोयुक्त निर्वाचक नामावलियों के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण के दौरान पांच लाख 74 हजार 060 नए मतदाताओं के नाम फार्म-6 के माध्यम से जोड़े गए हैं. जबकि तीन लाख 76 हजार 570 नामों को फार्म-7 के आधार पर नियमानुसार विलोपित किया गया है. इस प्रकार छत्तीसगढ़ में मतदाताओं की संख्या में एक लाख 97 हजार 490 की बढ़ोतरी हुई है.
राज्य में 4.09 फीसदी ईपी रेशियो में हुई बढ़ोत्तरी
फोटोयुक्त निर्वाचक नामावलियों के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण के बाद राज्य में ईपी रेशियो 64.46 फीसदी हो गया है. निर्वाचक नामावलियों के प्रारंभिक प्रकाशन के समय यह 60.37 फीसदी था जो कि राज्य की प्रोजेक्टेड आबादी तीन करोड़ 18 लाख 97 हजार 303 के आधार पर थी. वर्ष 2023 के लिए छत्तीसगढ़ की प्रोजेक्टेड आबादी तीन करोड़ एक लाख 80 हजार निर्धारित की गई है. प्रोजेक्टेड जनसंख्या के पुनर्निर्धारण के बाद अब राज्य का ईपी रेशियो निर्वाचक नामावलियों के अंतिम प्रकाशन के बाद 64.46 फीसदी हो गया है.
जानें कितने वर्ष के मतदाताओं में हुई बढ़ोतरी
छत्तीसगढ़ की प्रोजेक्टेड आबादी तीन करोड़ एक लाख 80 हजार में 18 वर्ष से अधिक के लोगों की संख्या दो करोड़ 81 हजार 174 है. निर्वाचक नामावलियों के अंतिम प्रकाशन में राज्य में कुल मतदाताओं की संख्या एक करोड़ 94 लाख 54 हजार नौ है, जो कि प्रदेश में 18 वर्ष से अधिक की कुल जनसंख्या का 96.88 फीसदी है. राज्य में 18-19 वर्ष आयु समूह में प्रोजेक्टेड जनसंख्या पांच लाख आठ हजार 753 में से तीन लाख नौ हजार 464 मतदाता पंजीकृत हैं. प्रारंभिक प्रकाशन में 18-19 वर्ष आयु वर्ग के कुल 94 हजार 435 मतदाता थे. इस प्रकार इस आयु वर्ग में दो लाख 15 हजार 029 नए मतदाताओं का पंजीयन हुआ है. प्रदेश में 20-29 वर्ष आयु वर्ग की प्रोजेक्टेड आबादी 48 लाख 31 हजार 663 के विरूद्ध 42 लाख 86 हजार 538 मतदाता पंजीकृत हैं.
छत्तीसगढ़ में 76 नए मतदान केंद्रों की हुई वृद्धि
निर्वाचक नामावलियों के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण-2023 में कुल 76 मतदान केन्द्रों की वृद्धि हुई है. इस प्रकार अब राज्य में कुल 23 हजार 907 मतदान केन्द्र एवं 18 हजार 859 मतदान केन्द्र लोकेशन्स हैं. प्रदेश में सर्विस वोटर्स की संख्या 19 हजार 849 दर्ज की गई है. इस बार विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण में 17 वर्ष से अधिक के युवाओं के अधिक से अधिक पंजीयन कराने के लिए राज्य के सभी हायर सेकण्डरी स्कूलों एवं महाविद्यालयों में विशेष कैम्प आयोजित किए गए थे. आगामी वर्ष की अर्हता तिथियों 1 अप्रैल, 1 जुलाई और 1 अक्टूबर के लिए भी 77 हजार 52 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनका अगले वर्ष तिमाही में निराकरण किया जाएगा.
विशेष पिछड़ी जनजातीय समूहों के 5726 नए मतदाताओं का नाम जोड़ा गया
छत्तीसगढ़ के 18 जिलों में पांच विशेष पिछड़ी जनजातीय समूहों जैसे कमार, बिरहोर, पहाड़ी कोरवा, बैगा और अबूझमाड़िया निवासरत हैं. प्रदेश में इन जनजातीय समूहों के कुल एक लाख 86 हजार 198 लोग रहते हैं जिनमें एक लाख 15 हजार 70 अठारह वर्ष से अधिक के हैं. इनमें से एक लाख सात हजार 558 लोगों के नाम मतदाता सूची में पहले से ही पंजीकृत थे. विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण-2023 के दौरान सघन अभियान चलाकर इन समूहों के 5726 नए मतदाता पंजीकृत किए गए हैं. राज्य में अब विशेष पिछड़ी जनजातीय समूहों के कुल पंजीकृत मतदाताओं की संख्या एक लाख 13 हजार 284 है, जो उनकी कुल जनसंख्या का 60.84 फीसदी है.
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