Chhattisgarh News: कॉलेजों में ऑफलाइन परीक्षा को लेकर वायरल हुआ आदेश, CM भूपेश बघेल ने खुद कही ये बात
Chhattisgarh News: खुद सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट कर वायरल आदेश को फर्जी बताया है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि, दुष्प्रचार से सावधान रहें, परीक्षा ऑनलाइन ही होगी.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में कॉलेजों की परीक्षाएं ऑनलाइन मोड पर ली जाएंगी. इस संबंध में राज्य सरकार के उच्च शिक्षा विभाग ने आदेश जारी कर दिया है, लेकिन इस बीच किसी ने मंत्रालय के लेटर पैड पर एक आदेश जारी कर दिया, जिसमें लिखा है कि, ऑनलाइन परीक्षा लिए जाने के आदेश को अब निरस्त कर दिया गया है. अब यूनिवर्सिटीज में ऑफलाइन मोड में परीक्षा होगी. सोशल मीडिया (Social Media) पर जैसे ही ये आदेश वायरल हुआ, वैसे ही कॉलेज के छात्रों में हड़कंप मच गया.
सीएम ने क्या कहा
हालांकि, कुछ देर बाद इस वायरल आदेश का सच सबके सामने आ गया. राज्य सरकार की फेक न्यूज मॉनिटरिंग सेल ने आदेश को फर्जी बताया. यही नहीं खुद सीएम भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने ट्वीट कर वायरल आदेश को फर्जी बताया है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि, दुष्प्रचार से सावधान रहें, परीक्षा ऑनलाइन ही होगी. इधर सोशल मीडिया पर फर्जी आदेश वायरल होने की जानकारी मिलते ही राजधानी रायपुर की पुलिस (Raipur Police) भी हरकत में आई, और फर्जी न्यूज फैलाने के मामले में केस दर्ज कर लिया है.
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किया गया केस दर्ज
रायपुर शहर के सिटी एसपी तारकेश्वर पटेल ने बताया कि, पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय से जानकारी मिली कि, किसी ने उच्च शिक्षा विभाग के नाम पर फर्जी और कूट रचित आदेश पत्र तैयार करके इसे सोशल मीडिया पर प्रसारित कर दिया है. सिविल लाइन थाने में धारा 417, 419 के तहत केस दर्ज किया गया है.
दुष्प्रचार से सावधान रहें.
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) March 29, 2022
परीक्षा Online ही होगी. pic.twitter.com/G3UwL0yKJ1
क्या लिखा है फर्जी आदेश में
महानदी भवन महानदी भवन मंत्रालय के नाम वाले आदेश पत्र में लिखा हुआ है कि, यह निर्णय लिया गया है कि, 28 मार्च को पारित किया गया निर्णय जिसमें महाविद्यालयों में अध्ययन कर रहे सभी छात्रों को अगली कक्षा में पदोन्नति करने का निर्णय लिया गया है, वह रद्द किया जाता है. हमने विगत कुछ वर्षों में देखा कि, छात्रों में पदोन्नति के कारण हमारी शिक्षा का स्तर बहुत नीचे जा रहा है. वर्तमान में जो छात्र महाविद्यालय में तृतीय वर्ष में अध्ययनरत हैं उन्होंने एक भी बार ऑफलाइन मोड में परीक्षा नहीं दी है. आने वाले समय को ध्यान में रखते हुए हम अपना निर्णय वापस लेते हैं. महाविद्यालयों को आदेश दिया जाता है कि, ऑफलाइन मोड में परीक्षा लेने की तैयारी प्रारंभ कर दें.