Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में 1 नवंबर से धान खरीद केंद्रों में धान की खरीदी शुरू हो गई है. इसके साथ ही बस्तर संभाग से लगे उड़ीसा राज्य में बिचौलिये भी सक्रिय हो गए हैं और धान को अवैध रुप से खपाने की तैयारी में जुट गए हैं. वहीं प्रशासन ने अवैध धान की कालाबाजारी को रोकने के लिए हर जिले में उड़नदस्ते की टीमें गठित की है. सुकमा जिले में गठित इसी टीम को पुष्पाल इलाके में धान का अवैध रूप से परिवहन करते एक पिकअप वाहन को पकड़ने में सफलता हासिल हुई है.
पिकअप से 50 बोरी धान बरामद
उड़नदस्ते की टीम ने धान से भरी 50 बोरियों को जब्त किया है. जिसमें 25 क्विंटल धान भरा हुआ था. टीम ने जब पिकअप ड्राइवर से धान परिवहन के कागजात मांगे तो उनकी ओर से कोई कागजात नहीं दिखाया गया. जिसके बाद धान को जब्त कर लिया गया. ड्राइवर से पूछताछ के दौरान पता चला है कि धान सुकमा जिले से लगे उड़ीसा के पदमागिरी से सुकमा के पुष्पपाल लाया जा रहा था.
उड़ीसा के पद्मागिरी से लाया जा रहा था धान
जिला खाद्य अधिकारी जयवर्धन ठाकुर ने बताया कि सुकमा जिले के छिंदगढ़ एसडीएम के नेतृत्व में राजस्व और खाद्य विभाग के संयुक्त टीम द्वारा लगातार इलाके में सर्चिंग की जा रही है , बीती रात भी सुकमा जिले से लगे पड़ोसी राज्य उड़ीसा के कलेवांगपारा ग्राम पंचायत गुम्मा के पद्मागिरी गांव में टीम पेट्रोलिंग कर रही थी. इसी दौरान उनकी नजर उड़ीसा की ओर से आ रही एक पिकअप वाहन पर पड़ी, उन्होंने पिकअप वाहन को जांच के लिए रोका और इसकी तलाशी लेने पर उसमें 25 क्विंटल वजन की करीब 50 बोरी पाई गई. इस धान से संबंधित कोई भी दस्तावेज वाहन चालक के पास मौजूद नहीं थे, इसके बाद उसे जब्त करने की कार्रवाई की गई. खाद्य अधिकारी जयवर्धन ठाकुर ने बताया कि उड़ीसा से धान को केंद्र में अवैध रूप से खपाने के लिए पिकअप में लाया जा रहा था. संयुक्त दल द्वारा धान की अवैध परिवहन और कालाबाजारी करने पर धान को पिकअप वाहन सहित जब्त कर थाना पुष्पाल के अभिरक्षा में देकर मंडी अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई.
धान खरीदी शुरू होते ही बिचौलिये हो जाते हैं सक्रिय
बस्तर संभाग में धान खरीदी के शुरू होने से ही लगातार उड़ीसा से बिचौलियों के द्वारा अवैध रूप से धान खपाने का सिलसिला शुरू हो जाता है. हालांकि हर साल अवैध धान के परिवहन को रोकने के लिए प्रशासन की टीम के द्वारा उड़नदस्ता टीम गठित की जाती है. लेकिन बिचौलिये बिना भय के उड़ीसा से लगातार अवैध धान का परिवहन कर छत्तीसगढ़ के धान खरीदी केंद्रों में खपाने की जुगत में लगे रहते हैं.
खास बात यह है कि छत्तीसगढ़ में धान का समर्थन मूल्य उड़ीसा राज्य से ज्यादा होने की वजह से बिचौलिये उड़ीसा राज्य के धान को छत्तीसगढ़ के खरीदी केंद्रों में खपाने के फिराक में रहते हैं. आपको बता दें कि अवैध धान पर सुकमा जिला प्रशासन की ओर से की गई यह पहली कार्रवाई है.
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