Chhattisgarh farming News: प्रमाणित बीज लेनेवाले किसानों को जेब ढीली करनी पड़ेगी. सरकार ने बीजों की कीमत में प्रति क्विंटल 6 से 9 सौ रुपये का इजाफा कर दिया है. धान के साथ दलहन-तिलहन बीज भी महंगे हो गये हैं. ऐसे में किसानों को सरकारी बीज के लिए ज्यादा दाम देने होंगे. कुछ समय से किसान सोसायटी से बीज लेकर बुआई करते हैं. धान, दलहन-तिलहन की बीजों के दाम हर साल बढ़ रहे हैं. ऐसे में खेती की लागत बढ़ती जा रही है.


खेती की लागत बढ़ने से मुनाफा कम हो रहा है. इस तरह के हालात कुछ समय से बने हैं. पहले किसान बुआई के लिए बीज घर में रखते थे. इस साल किसानों को बीजों की कीमत ज्यादा चुकाने होंगे. बीते साल मोटा धान की कीमत में दो सौ रुपये का इजाफा हुआ था. इस साल प्रति क्विंटल 6 सौ रुपये बढ़ गया है. पतला धान की कीमत में बीते साल दो सौ रुपये की बढ़ोतरी हुई थी. इस साल 9 सौ रुपये का इजाफा हुआ है.


धान बीज की कीमत में बढ़ोतरी


ऐसे में मोटा धान का चार सौ और पतला धान का सात सौ रुपये ज्यादा भुगतान करना पड़ेगा. सुगंधित धान पर भी बीते साल तीन सौ रुपये बढ़ा था. इस साल 11 सौ रुपये की बढ़ोतरी हुई है. यानी धान बीज की कीमत बीते सालों से कई गुना बढ़ गयी है. प्रमाणित बीज लेने के लिए 100 रुपये और ज्यादा चुकाने होंगे. आधार बीजों की कीमतें तय है. प्रमाणित बीज लेने पर 100 रुपये ज्यादा लगता है.


दलहन-तिलहन में भी इजाफा


धान बीज के साथ दलहन और तिलहन बीजों की कीमत में भी बेतहाशा वृद्धि हो गई है. बीते साल मूंगफली बीज की कीमत में 21 सौ रुपये की बढ़ोतरी हुई थी. इस साल 24 सौ रुपये बढ़ा है. उड़द में 2250 रुपये और मूंग में 1100 रुपये बढ़ गया है. सबसे ज्यादा तिल में साढ़े चार हजार बढ़ा है. जबकि रामतिल में 1950 रुपये का इजाफा किया गया है.


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