Dehydration: छत्तीसगढ़ शासन ने बढ़ते कोरोना के मामले को देखते हुए फिर एक बार मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने का आदेश जारी किया है. इस भीषण गर्मी में कोरोना के साथ-साथ लोगों को पानी की कमी से डिहाइड्रेशन होने का भी खतरा सता रहा है. ऐसे में कोरोना और गर्मी ने लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल कर दिया है.


तेज गर्मी से डिहाइड्रेशन का खतरा


दरअसल कोरोना की तीसरी लहर के बाद एक बार फिर से कोरोना के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है. इसी के मद्देनजर छत्तीसगढ़ शासन ने मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने को अनिवार्य किया है. इसके साथ ही सार्वजनिक जगह पर थूकने पर कार्रवाई की जाने की बात कही गई है. इस समय गर्मी भी अपने चरम पर है. ऐसे में लोगों को गर्मी में होने वाली बीमारी जैसे डिहाइड्रेशन होने का खतरा ज्यादा हो जाता है. ऐसे में इस समय लोगों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है.


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कोरोना से कैसे बचें?


एक बार फिर कोरोना बढ़ने लगा है. तीसरी लहर के बाद चौथी लहर की आशंकाओं ने लोगों को डरा दिया है. कोरोना से बचने के लिए मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए. इसके साथ ही लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का भी कड़ाई से पालन करना चाहिए। सार्वजनिक जगहों पर नहीं थूकना चाहिए, इससे कोरोना बढ़ सकता है. इन सब बातों को ध्यान में रखना चाहिए ताकि यह संक्रमण एक दूसरे में ना फैले.
 
डिहाइड्रेशन से कैसे बचें?


स्वास्थ्य विभाग के जलवायु परिवर्तन शाखा के राज्य नोडल अधिकारी डॉ. धर्मेन्द्र गहवई ने बताया कि पानी न केवल हमारे शरीर में नमी बनाए रखने का काम करता है. पाचन और श्वसन क्रिया भी शरीर में पानी की मदद से ही सुचारू रूप से कार्य करती है. हमारे शरीर को किसी न किसी रूप में पानी की आवश्यकता होती है. ऐसे में अगर शरीर में पानी की कमी हो और बुखार, उल्टी या डायरिया हो जाए तो शरीर डिहाइड्रेशन की गंभीर स्थिति में पहुंच सकता है. सही समय पर डिहाइड्रेशन का इलाज नहीं कराने से आगे चलकर समस्या काफी बढ़ सकती है.


डिहाइड्रेशन के क्या हैं लक्षण?


डॉ. गहवई ने बताया कि शरीर में पानी की कमी होने की स्थिति में हमारी स्किन अचानक से काफी सख्त या ड्राई होने लगती है। होंठ और जीभ सूखने लगते हैं। पेशाब का रंग हल्का पीला से गाढ़ा पीला होने लगता है। कम पेशाब होना, कब्ज़, मांसपेशियों में ऐंठन और दर्द, तेज थकान या तेज सर दर्द होना डिहाइड्रेशन के प्रमुख लक्षण हैं। अगर गर्मियों के दिनों में इनमें से कोई भी लक्षण हो तो उसे अनदेखा न करें। यह डिहाइड्रेशन का संकेत है।


डिहाइड्रेशन से कैसे बचें?


डिहाइड्रेशन के बचने के लिए शरीर में पानी की कमी न होने दें. अधिक से अधिक मात्रा में पानी का सेवन करें. दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी जरूर पिएं। नींबू पानी, नारियल पानी, गन्ने का रस, आम का रस, शिकंजी आदि पौष्टिक पेय पदार्थों का सेवन करें. आम, तरबूज, खरबूज, खीरा, पपीता, संतरा इत्यादि मौसमी फलों का सेवन जरुर करें. एक्सरसाइज या योग के दौरान शरीर से बहुत अधिक मात्रा में पसीना निकलता है. जिससे शरीर में इलेक्ट्रोलाइट की कमी हो जाती है. इसलिए व्यायाम करने के बाद ताजे फलों के जूस का सेवन करना चाहिए.


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