Chhattisgarh News: कोरोना संकट के बीच जगदलपुर में सड़क पर उतरे वार्डवासी, कहा- निगम ने किया मजबूर...
छत्तीसगढ़ के बस्तर में तेजी से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं इससे बस्तरवासी पहले से ही परेशान हैं, ऐसे में एक और नई मुसीबत खड़ी हो गई है, यहां जानें पूरा मामला.
Chhattisgarh News: संकटकाल के इस दौर में बोधघाटवासियों ने आरोप लगाया है कि जगदलपुर नगर निगम उन्हें बेघर करने पर तुली हुई है. दरअसल शहर में सड़क चौड़ीकरण करने के नाम पर घरों और दुकानों को बीते 2 वर्ष में दूसरी बार निगम द्वारा तोड़ने की बात कही जा रही है. निगम की इस कार्रवाई से नाराज होकर बोधघाटवासियों ने रविवार शाम चक्का जाम कर दिया. जिससे पूरे सड़क पर वाहनों का लंबा जाम लग गया. बोधघाटवासियों का कहना है कि सड़क चौड़ीकरण के नाम पर निगम ने दो साल पहले बिना प्लानिंग के उनके घरों और दुकानों को तोड़ दिया. जिससे उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा, वहीं अब एक बार फिर निगम अमला सड़क चौड़ीकरण के नाम पर उनके मरम्मत हुए मकानों और दुकानों को तोड़ने पहुंच गयी है, जिससे नाराज बोधघाटवासियों ने घंटों तक सड़क पर चक्का जाम किया.
दो साल में दूसरी बार सड़क चौड़ीकरण
दरअसल शहर के बोधघाट मार्ग के चौड़ीकरण करने का काम पिछले दो साल से चल रहा है. दो साल पहले बगैर किसी प्लानिंग के सड़क के दोनों ओर के मकान और दुकान तोड़े गए थे, इसके बाद सड़क की दोनों ओर पक्की नाली भी बना दी गई, बोधघाटवासियों को लगा कि अब दोबारा सड़क को चौड़ा नहीं किया जाएगा, लेकिन एक बार फिर प्रशासन इस सड़क के कई दुकानों और घरों पर बुलडोजर चलाने की तैयारी में है और लोगों को दुकान, मकान खाली करने का नोटिस थमा दिया है. लोगों की मांग है कि सड़क 10 मीटर की बजाए 9 मीटर चौड़ी की जाए, जिससे उन्हें परेशानियों का सामना न करना पड़े, बीते 5 दिनों से प्रशासनिक अमला जगह खाली करवाने पहुंच रहा है, दो दिन पहले जगदलपुर एसडीएम दिनेश नाग सहित राजस्व व पीडब्ल्यू के अधिकारी की टीम मकानों और दुकानों को खाली करवाने पहुंचे हुए थे,जहां लोगों के साथ विवाद की स्थिति भी उत्पन हुई, रविवार शाम को भी जेसीबी के साथ निगम की टीम यहां पहुंची जिसके बाद बोधघाटवासियों ने सड़क पर चक्का जाम कर दिया.
बोधघाटवासियों ने किया चक्काजाम
बोधघाटवासियों का कहना है कि मेन रोड बोधघाट से बस स्टैण्ड तक निगम द्वारा 2 वर्ष पहले सड़क चौड़ीकरण के लिए सीमांकित कर जेसीबी से मकानों और दुकानों को तोड़ा गया था जिसके बाद कुछ लोगों ने कर्ज लेकर अपने दुकानों को दोबारा बनाया, रविवार को फिर निगम द्वारा सीमांकन कर फिर से दुकानों और मकानों को तोड़कर सड़क चौड़ीकरण करने की बात की जा रही है, जिससे लोगों को बहुत ही ज्यादा परेशानी हो रही है. बोधघाटवासियों का कहना कि पहले ही कोरोनाकाल की वजह से काफी परेशानी उठानी पड़ी है और उनका व्यवसाय भी ढप होने के कगार पर है, ऐसे में एक बार निगम अमला उनके घरों और दुकानों को तोड़ने जेसीबी लेकर खड़ी है. उन्होंने कहा कि पूर्व में लिए गए निर्माण कार्य का कर्ज भी अभी तक नहीं चुका है, ऐसे में दोबारा निगम की इस कार्रवाई से उनका सबकुछ बर्बाद हो जाएगा.
क्या कहना है निगम आयुक्त का
इधर नगर निगम के आयुक्त का कहना है कि शुरुआत में सीमांकन के हिसाब से 9 मीटर सड़क चौड़ीकरण किया जाना था, लेकिन बढ़ते ट्रैफिक को देखते हुए 10 मीटर सड़क चौड़ीकरण का कार्य किया जा रहा है, और ऐसे में चौड़ीकरण के चपेट में कुछ मकान और दुकानें भी आ रही हैं, इसलिए बोधघाटवासियों का विरोध हो रहा है,आयुक्त ने कहा कि सड़क चौड़ीकरण का कार्य पहले से ही प्रस्तावित है और इसलिए निगम अमला सड़क चौड़ीकरण का कार्य कर रही है.
इसे भी पढ़ें :