Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में अब तक चिटफंड कंपनियों के 690 डायरेक्टर्स गिरफ्तार, CM बघेल ने दिए थे कार्रवाई के आदेश
Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में सीएम भूपेश बघेल के निर्देश पर अब तक 690 चिटफंड कंपनियों के डायरेक्टर्स को गिरफ्तार किया गया है. यही नहीं 33 करोड़ 44 लाख रुपये निवेशकों को वापस भी लौटाया गया है.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में चिटफंड कंपनियों के फरार हुए डायरेक्टर्स पर सीएम भुपेश बघेल (Bhupesh Baghel)के निर्देश पर छत्तीसगढ़ पुलिस लगातार कार्यवाई कर रही है. छत्तीसगढ़ पुलिस ने अब तक चिटफंड कंपनियों के 690 डायरेक्टर्स को गिरफ्तार किया है. साथ ही राज्य सरकार ने ने कई चिटफंड कंपनियों के संचालकों की संपति कुर्क करके निवेशकों के 33.44 करोड़ रुपये वापस लौटाए हैं.
दरसअल, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चिटफंड कंपनियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने के निर्दश दिए थे. मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद प्रदेश में चिटफंड कंपनियों और उनके संचालकों के खिलाफ लगातार कार्रकाई की जा रही है. साथ ही पीड़ितों को उनका डूबा हुआ पैसा भी वापस दिलाया जा रहा है. अधिक ब्याज और जल्दी रकम दोगुनी होने के झांसे में आकर छत्तीसगढ़ के हजारों लोगों ने अपनी मेहनत की गाढ़ी कमाई गंवा दी थी.
लोगों के चेहरों पर लौट रही मुस्कान
अब उन लोगों के चेहरों पर मुस्कान लौट रही है, क्योंकि ठगी करने वाले और डायरेक्टर्स और उनकी चिटफंड कंपनियों की संपत्तियों को कुर्क करके लोगों का डूबा हुआ पैसा वापस दिलाया जा रहा है. जब 2018 में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनी और भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बने, तो उन्होंने प्रदेश की सभी चिटफंड कंपनियों को प्रतिबंधित कर दिया. साथ ही चिटफंड कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे.
सीएम बघेल- निवेशकों को लौटा रहे पैसे
इसके बाद से ही लगातार इन कंपनियों पर कार्यवाई जारी है. यही नहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अलग-अलग कार्यक्रम में जाकर चिटफंड कंपनियों में निवेश करने वाले निवेशकों के पैसे लौटा रहे हैं. छत्तीसगढ़ देश का इकलौता ऐसा राज्य है जो चिटफंड कंपनियों में डूबे लोगों का पैसा वापस कर रही है. अब तक चिटफंड कंपनियों के संपत्तियों को कुर्की करके 33 करोड़ 44 लाख रुपये निवेशकों को वापस लौटाया गया है.
अब तक 690 डायरेक्टर्स गिरफ्तार
गौरतलब है कि, छत्तीसगढ़ में 209 चिटफंड कंपनियों के खिलाफ कुल 465 मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि 401 मामलों में कोर्ट में चार्जशीट पेश की जा चुकी है. छह मामलों का निपटारा और तीन मामलों को खारिज किया जा चुका है. पुलिस अभी 55 मामलों की जांच कर रही है. वहीं इन 465 मामलों में अब तक कुल 690 डायरेक्टर्स और पदाधिकारियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है. इनमें 64 मामलों में 37 कंपनियों की सम्पत्तियों की नीलामी और वसूली से 55 करोड़ 98 लाख 90 हजार 866 रुपये प्राप्त हुए हैं.