Chhattisagrh Crime News: सरगुजा जिले में एक एक्सीडेन्टल डेथ का मामला सामने आया था. हालांकि, पुलिस की जांच में हत्या का मामला निकला है. घटना जिले के दरिमा थाना क्षेत्र की है, जो इसी साल जुलाई महीने में हुई थी. फिलहाल पुलिस की सूझबूझ और डाक्टरों के ओपीनियन के बाद हत्या के वारदात को दुर्घटना की शक्ल देने की कोशिश विफल रही. पुलिस ने 5 महीने में कथित दुर्घटना को हत्या का मामला साबित करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इसी साल के 18 जुलाई को दरिमा थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि थाना क्षेत्र के सोहगा खर्रापारा मे सड़क किनारे एक महिला का शव पडा हुआ है. जिस सूचना पर दरिमा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घटना स्थल का निरीक्षण किया तो घटना स्थल पर मृतका का खून से लथपथ शव पड़ा था और उसकी स्कूटी गिरी पडी थी. जिस पर लोगों के बयान और तात्कालिक परिस्थियों को देखकर पुलिस ने मौत की वजह दुर्घटना मान ली थी.
पुलिस को हुआ हत्या का संदेह
दरिमा थाना पुलिस ने मर्ग भी कायम कर लिया था. लेकिन महिला की मौत होने से पूरा मामला संदेहास्पद लग रहा था. लिहाजा जब मामले की पूरी डायरी पुलिस अधीक्षक अमित तुकाराम कांबले ने देखी तो उन्होंने इस पर हत्या का संदेह जताया और मामले की जांच के आदेश दिए. फिर दरिमा थाना प्रभारी आशा तिर्की ने जांच शुरु की. इस जांच में पुलिस ने पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर की सलाह ली तो डाक्टर ने महिला की मौत पर हत्या की संभावना जताई, जिसके बाद पुलिस ने मृतका रजनी कूजूर की मां से पूछताछ की तो मां ने अपने ही बेटे पर बेटी की हत्या की संभावना जता दी.
बहन का देर रात आना पसंद नहीं था
इधर जब मां ने अपनी बेटी की हत्या की संभावना जताई तो पुलिस ने मृतका के भाई को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने हत्या का जुर्म कबूल कर लिया. उसने बताया कि उसने 17 जुलाई 2021 को करीब 10 बजे अपनी बहन रजनी कूजूर की स्कूटी को रुकवाकर उसके सिर और गले पर डंडे से हमला करकते हुए उसकी हत्या की है. इधर हत्या की वजह भी कुछ हैरान कर देने वाली थी. दरअसल, पुलिस की पूछताछ में आरोपी केंदाराम ने बताया कि उसकी बहन अक्सर घर में देर रात आना जाना करती थी जिसकी वजह से उसको सामाजिक अपमान झेलना पड़ता था. इतना ही नहीं इसके अलावा घर वालों से पूछताछ में ये भी पता चला था कि जमीन संबंधी मामले को लेकर उसका अक्सर अपनी बहन से विवाद होता रहता था. लिहाजा घटना वाले दिन जब उसने रात 10 बजे उसे घर आता देखा तो वो भड़क गया और अपनी बहन की हत्या कर दी.
कबूलनामे के बाद जेल दाखिल
आरोपी के कबूलनामा के पहले मृतका रजनी की मौत के मामले में पुलिस ने दुर्घटनावश मौत के आधार पर मर्ग कामय कर लिया था. लेकिन जब आज आरोपी ने हिरासत में अपराध कबूल लिया तो दरिमा पुलिस ने इस पर हत्या की धारा 302 और 201 के तहत अपराध कायम कर आरोपी को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है. इस कार्रवाई में निरीक्षक आशा तिर्की, उप निरीक्षक ओपी यादव, सह उप निरीक्षक भूपेश सिंह, अजीत मिश्रा, राकेश मित्रा, राकेश यादव आरक्षक विकास सिंह, विरेन्द्र पैकरा, विवेक राय, नीरज पाण्डेय शामिल रहे.