Durg: शराब पिलाने के बाद गला दबाकर की दोस्त की हत्या, बोरे में भरने के लिए आरी से काटा शव
Chhattisgarh: मुख्य आरोपी आशीष तिवारी का ओम प्रकाश साहू से पैसों को लेकर विवाद था, पहले आशीष ने ओम प्रकाश को अपने घर बुलाया फिर उसके साथ शराब पी और फिर दो अन्य दोस्तों के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी.
Durg Crime News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के दुर्ग (Durg) में एक युवक का अपहरण (Kidnapping) करके उसकी हत्या (Murder) करने के मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है और मामले में तीन आरोपियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने पहले मृतक को शराब पिलाई फिर गला दबाकर हत्या करने के बाद आरी से काटकर उसके शव को स्कूटी से बांधकर तालाब में फेंक दिया था. आरोपियों ने मृतक के परिजनों से फिरौती के तौर पर 30 लाख रुपए की मांग की थी.
मृतक की पत्नी से फिरौती के तौर पर मांगे 30 लाख रुपए
दरसअल दुर्ग जिले के भिलाई 3 के आजाद चौक में रहने वाली मृतक की पत्नी को एक जून की सुबह एक अज्ञात व्यक्ति का फोन आया था जिसमें उसके पति ओम प्रकाश साहू को छोड़ने के एवज में 30 लाख रुपयों की फिरौती मांगी गई थी. फोन आने के बाद मृतक की पत्नी ने भिलाई तीन थाने में जाकर इसकी शिकायत दर्ज कराई, पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए इस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी थी.
आरोपियों तक ऐसे पहुंची पुलिस
दुर्ग एसपी शलभ सिन्हा ने इस मामले में पुलिस की एक टीम का गठन किया और मामले की गंभीरता से जांच करने के निर्देश दिए, जिसके बाद टीम तकनीकी आधार पर मामले की जांच में जुट गई. इसी दरमियान पुलिस टीम को आरोपी आशीष तिवारी के इस मामले में शामिल होने की जानकारी मिली जिस पर पुलिस ने जामुल क्षेत्र में घेराबंदी करके आशीष तिवारी को हिरासत में लिया. हिरासत में लेने के बाद पुलिस उससे पूछताछ करने लगी. पूछताछ में पहले तो आरोपी आशीष तिवारी इस मामले में कुछ जानकारी नहीं होने की बात करता रहा लेकिन जब पुलिस सख्ती से पूछताछ की तो आरोपी ने अपहरण और हत्या किए जाने की बात कबूल करते हुए बताया कि इस वारदात में 3 लोग शामिल हैं.
पहले पिलाई शराब फिर गला दबाकर कर दी हत्या
दुर्ग एसपी शलभ सिन्हा ने इस ब्लाइंड मर्डर का पर्दाफाश करते हुए बताया कि मृतक ओम प्रकाश साहू और आशीष तिवारी के बीच रुपयों के लेन-देन को लेकर विवाद था. 31 मई की शाम आरोपी आशीष ने ओम प्रकाश साहू को अपने घर फोन करके बुलाया था. इसके बाद ओम प्रकाश, आरोपी आशीष तिवारी और उसके दो दोस्तों ने जमकर शराब पी. इस बीच मृतक और आरोपी आशीष तिवारी में पैसों को लेकर विवाद हुआ. विवाद इतना बढ़ गया कि आशीष और उसके दो दोस्त रजनीश पांडेय और अनुज तिवारी ने मिलकर पहले मृतक के साथ जमकर मारपीट की और फिर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी.
शव को आरी से काटा फिर स्कूटी से बांधकर तालाब में फेंक दिया
आरोपी लाश को ठिकाने लगाने के लिए शव को एक बोरे में भरने लगे लेकिन शव बोरे में नहीं समा रहा था. इसके बाद आरोपियों ने मृतक के शव को आरी से काटा फिर जिस स्कूटी से मृतक ओम प्रकाश आया था उसी स्कूटी से उसके शव को बांधकर हाथखोज के मुरूम खदान के एक तालाब में फेंक दिया. फिर उसके बाद आरोपियों ने मृतक की पत्नी को फोन करके एक जून की सुबह मृतक ओम प्रकाश साहू का अपहरण करने की बात कही और उसे छोड़ने के एवज में फिरौती के तौर पर 30 लाख रुपयों की मांग की. मृतक की पत्नी की शिकायत पर पुलिस ने जब मामले में गंभीरता से जांच में जुट गई और उसी दिन देर शाम को मृतक का शव स्कूटी में बंधा हुआ तलाब से बरामद कर लिया.
पैसों का लेनदेन बना हत्या का कारण
दुर्ग एसपी शलभ सिन्हा ने बताया कि आरोपी आशीष तिवारी पहले भी लूट के मामले में जेल काट चुका है. मृतक भी इसी दौरान NDPS के जुर्म में जेल में था. उसी दौरान उनकी जान पहचान हुई थी. आशीष ने डेढ़ लाख रुपयों के पुराने लेन-देन की वजह से इस अपहरण और हत्या की वारदात को अंजाम दिया था. आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए इस मामले को महादेव ऑनलाइन सट्टे से जोड़कर मनगड़ंत झूठी कहानी भी बनाई थी. पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है और उनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर मामले की जांच में जुट गई है.
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