Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले के रहने वाले मुकेश कुमार साहू को छात्र जीवन में ही शराब और गांजे की लत लग गई थी. इस कारण उन्होंने अपनी पढ़ाई भी छोड़ दी थी, बाद में उनकी लत ने उनके वैवाहिक जीवन को भी प्रभावित किया, यहां तक ​​कि उनके माता-पिता भी उनकी आदतों के कारण अलग रहने लगे थे. लेकिन आज साहू की जिंदगी पूरी तरह बदल चुकी है.


साहू ने न केवल अपनी शराब और गांजे की लत पर काबू पाया है, बल्कि ड्रग पेडलर्स को पकड़ने में स्थानीय पुलिस की भी मदद की है और अपने क्षेत्र के अन्य नशेड़ियों को ड्रग्स और शराब का सेवन छोड़ने के लिए प्रेरित किया है. गौरतलब है कि साहू की तरह, छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में कई युवक हैं जिन्होंने पिछले छह महीनों में नशे की लत छोड़ दी है. दरअसल स्थानीय पुलिस द्वारा ड्रग्स और अवैध शराब बिक्री के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान से ऐसा संभव हो पाया है.


स्थानीय पुलिस द्वारा 'निजात' अभियान छुड़वाई जा रही शराब और ड्रग्स की लत


कोरिया जिले के पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि पिछले साल जुलाई में स्थानीय पुलिस द्वारा 'निजात' अभियान शुरू किया गया था. इसके तहत पुलिस न केवल नशीले पदार्थों और अवैध शराब की तस्करी को प्रभावी ढंग से रोकने में सफल रही है, बल्कि बड़ी संख्या में नशेड़ियों को आदत छोड़ने और सामान्य जीवन जीने के लिए राजी करने में भी सफल रही है.


'निजात' अभियान से प्रभु देवा सहित कई बड़ी हस्तियां जुड़ी हुई हैं


बता दे कि पुलिस का 'निजात' अभियान छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल सरगुजा संभाग के एक छोटे से जिले कोरिया में तेजी पकड़ रहा है. यहां दीवारों पर पेंटिंग, पोस्टर और 'निजात' के बैनर जिले के शहरी क्षेत्रों और दूरदराज के गांवों में कई जगहों पर देखे गए हैं. वहीं पुलिस अधिकारी के अनुसार, अभियान इसलिए ज्यादा ध्यान आकर्षित कर रहा है क्योंकि प्रभु देवा, अरबाज खान, राजपाल यादव और कैलाश खेर जैसी बड़ी हस्तियों को वीडियो संदेशों के माध्यम से लोगों से ड्रग्स और शराब छोड़ने की अपील करने के लिए जोड़ा गया है.


इतना ही नहीं छत्तीसगढ़ के कुछ प्रसिद्ध कलाकारों, जैसे अभिनेता अनुज शर्मा और लोक गायक तीजन बाई और ममता चंद्राकर ने भी अभियान को समर्थन दिया है. इस अभियान को शुरू करने वाले पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने कहा, "अभियान के नतीजे आने शुरू हो गए हैं और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ आम लोगों ने भी अपने-अपने क्षेत्रों में इसे आगे बढ़ाया है."


अभियान के तहत लगभग 200 जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं


वहीं 2011 बैच के आईपीएस अधिकारी संतोष सिंह ने बताया कि जिले में अब तक इस अभियान के तहत लगभग 200 जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं. इसके अलावा पिछले साल जुलाई से अब तक नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (NDPS) अधिनियम के तहत दर्ज 126 मामलों में 152 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि अवैध शराब की बिक्री से संबंधित 935 मामलों में 822 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. अधिकारी ने बताया कि सोनहट गांव में अभियान के तहत एक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद एक स्थानीय मुकेश साहू पुलिस के संपर्क में आया और फिर उसे नशे की लत छोड़ने के लिए राजी किया गया. उसने लत तो छोड़ी ही साथ ही कई ड्रग्स पैडलर को भी पकड़वाया.