छत्तीसगढ़ में एक बड़े ट्रक चोरी गैंग का खुलासा हुआ है. जो देश के कई राज्यों में सक्रिय थे. दूसरे राज्यों से ट्रक चोरी कर या लीज पर लेकर रायपुर में बेचते थे. रायपुर पुलिस ने 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने खुलासा किया है कि इस गैंग से अब तक 40 ट्रक जब्त किए हैं. इसकी कीमत करीब 11 करोड़ रुपए है. चलिए जानते है आखिर कैसे ट्रैक गैंग ट्रक चोरी की घटना को अंजाम देते थे.


दूसरे राज्यों से ट्रक लीज पर या चोरी कर लाते थे रायपुर


दरअसल के भनपुरी में एक ट्रक यार्ड है. जहां कई सालों से ट्रक का डेटिंग पेंटिंग का काम चलता है. लेकिन लोगों को ये नहीं पता था कि ये सभी गाडियां चोरी की है नहीं तो दूसरे राज्य से लीज पर लाई गई है. ये गैंग दूसरे राज्यों से ट्रक लाकर उसे हुलिया में बदलाव कर देते थे. फर्जी नंबर प्लेट और दस्तावेज बनाकर ट्रक औने पौने दाम पर बेच देते थे. इतना बड़ा चोरी का गिरोह रायपुर में चल रहा था और रायपुर पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी. हालाकि यूपीए के रहने वाले अनुज सिंह की शिकायत के बाद इस पूरे मामले में पुलिस ने खुलासा किया है.


ऐसे हुआ ट्रक चोरी गैंग का खुलासा


इस मामले की जानकारी पुलिस को तब लगी जब उत्तर प्रदेश के निवासी अनुज कुमार सिंह ने रायपुर पुलिस से शिकायत की. उसने बताया कि ट्रांसपोर्ट का काम करता है. 15 अक्टूबर को बिहार के पटना के रहने वाले नागेंद्र सिन्हा ने 80 हजार रुपए किराए में उससे ट्रक लिया था. बस में उसे रायपुर के रहने वाले शेख मकसूद ने फोन कर बताया कि उसकी ट्रक रायपुर के भनपुरी के एक ट्रक यार्ड में खड़ी है. मकसूद ने अनुज सिंह को बताया कि ट्रक यार्ड के मालिक उपेंद्र शर्मा ने ये ट्रक बेचने के लिए दिखाया है. मकसूद ने ट्रक के कागजात मांगे तो उपेंद्र शर्मा आनाकानी करने लगा इसलिए मकसूद ने ट्रक के नंबर से ट्रक के मालिक की जानकारी जुटाई और यूपी के अनुज सिंह को फोन करके बताया.


ट्रक का हुलिया बदलने के ट्रक को आधा काट दिया गया था


अनुज सिंह ने अब खुद जाकर ट्रक चोरी के खेल को परखने और अपने ट्रक ढूंढने के लिए 16 नवंबर को यूपी से रायपुर पहुंचा. अनुज सिंह ने उपेंद्र शर्मा के यार्ड में आकर ट्रैक देखा तो वो दंग रह गया. क्योंकि ट्रक नंबर यू पी 54 टी 9806 का डेंटिंग पेटिंग कर गाड़ी का हुलिया बदल दिया गया था, वाहन के डाला को काटकर लगभग आधा कर दिया गया था, नंबर प्लेट बदल दिया गया था और वाहन के चेचिस नम्बर को भी बदलने की कोशिश की गई थी. अनुज ने गाड़ी के टायर, केबिन, पीछे के डाला, रेडियम को देखकर अपनी गाड़ी का पहचान किया गया. जब अनुज सिंह ने यार्ड मालिक उपेन्द्र शर्मा से पूछताछ किया तो उसने बताया कि ट्रक को अशोक अग्रवाल, सुब्बू काजी से खरीदना बताया.


इन राज्यों में सक्रिय है ट्रक चोर गैंग


रायपुर पुलिस ने सोमवार को ट्रक चोरी करने वाले गैंग का खुलासा किया है. रायपुर पुलिस ने बताया कि गिरोह द्वारा नागालैण्ड, अरूणाचल प्रदेश, बिहार, उत्तर प्रदेश आदि राज्यों के परिवहन विभाग के आर.टी.ओ. एजेण्ट से मिली भगत कर करते थे फर्जी दस्तावेज तैयार करते थे. यह गिरोह बिहार, उत्तर प्रदेश, उड़ीसा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ राज्यों में सक्रिय रह कर दे रहे थे घटना को अंजाम दे रहे थे. एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट की टीम द्वारा विभिन्न राज्यों में छापेमारी व पता तलाश कर अब तक 11 आरोपियों को किया गया गिरफ्तार और 40 ट्रकों को किया गया बरामद और आरोपियों के खिलाफ खमतराई थाने में अपराध दर्ज किया गया है.


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