Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में 2023 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. राजनीति पार्टियों का अब कोरेंटाइन खत्म हो गया है. अब सब मैदानी लड़ाई की तैयारी में दिख रहे है. बीजेपी सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी को घेरने के लिए मास्टर प्लान बना रही है. बीजेपी ने आदिवासी आरक्षण पर लंबे आंदोलन की रूपरेखा निर्धारित की है. छत्तीसगढ़ में आदिवासी आरक्षण को लेकर बीजेपी आक्रामक मोड में नजर आ रही है. इस महीने जिला मुख्यालयों और संभाग मुख्यालय का घेराव करने के बाद अगले महीने एक बड़े आंदोलन की तैयारी में है.
अगले एक महीने के लिए बीजेपी की रणनीति
दरअसल आदिवासी 32 प्रतिशत आरक्षण घटने से नाराज है. इस मामले में बीजेपी राज्य की कांग्रेस सरकार को घेरने की तैयारी में है. इसके लिए अगले एक महीने की रणनीति बनाई गई है. बीजेपी से मिली जानकारी के अनुसार 9 नवंबर को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों में चक्का जाम किया जायेगा. इसके बाद आगामी 16 से 20 नवंबर तक संभाग स्तरीय गौरव दिवस प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा.
बस्तर में 21 नवंबर को और सरगुजा संभाग में 28 नवंबर को संभागीय मुख्यालय के सामने प्रदर्शन और रोष व्यक्त किया जायेगा. वहीं अगले महीने शहीद वीरनारायण सिंह की बलिदान दिवस 10 दिसंबर को भाजपा ने जनजातीय अधिकार दिवस के रूप मे मानने का फैसला किया है. इसके तहत जनजातीय समाज अपने अधिकारों के लिए बस्तर, सरगुजा और बिलासपुर संभाग के सभी अनुसूचित जनजाति विधानसभा मुख्यालयों में प्रदर्शन करेगी.
सरकार के खिलाफ बीजेपी का निंदा प्रस्ताव
भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा ने बताया है कि बुधवार को प्रदेश कार्यसमिति बैठक संपन्न हुई. इस बैठक में आदिवासी समाज का आरक्षण 32% से घटाकर 20% किए जाने के खिलाफ इसके अलावा बस्तर, सरगुजा और बिलासपुर संभाग के जिलों से स्थानीय भर्ती प्राथमिकता को समाप्त किए जाने पर प्रदेश के भूपेश बघेल सरकार के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास किया गया.इस लिए पूरे प्रदेश में कांग्रेस सरकार के खिलाफ आंदोलन का बिगुल फूंकने का निर्णय लिया है.
बीजेपी का 11 नवंबर को शराबबंदी के लिए बड़ा प्रदर्शन
इसके अलावा बीजेपी ने शराबबंदी और महिलाओं पर बढ़ते अपराध को लेकर भी इसी महीने एक बड़े प्रदर्शन की तैयारी कर रही है. 11 नवंबर को बिलासपुर में महतारी हुंकार रैली निकाली जाएगी. जिसमे बड़ी संख्या में महिलाओं को जुटाने की तैयारी की जा रही है. बीजेपी सांसद सरोज पांडे ने 1 लाख भीड़ जुटाने का दावा किया है. आपको बता दें की बिलासपुर संभाग में पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा विधानसभा सीट है. इसके अलावा बिलासपुर से ही बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष लोकसभा सांसद है. इसी संभाग से विधानसभा नेता प्रतिपक्ष भी आते है. यानी ये माना जा रहा है की बिलासपुर के इस आंदोलन में बीजेपी पूरी ताकत झोंक देना चाहती है.
आरक्षण घटने के लिए कांग्रेस ने बीजेपी को ठहराया जिम्मेदार
इधर, बीजेपी के आंदोलन को लेकर कांग्रेस ने पलटवार किया है. आदिवासी आरक्षण घटने पर बीजेपी के तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह को जिम्मेदार ठहराया है. पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने कहा है कि उनकी लापरवाही के कारण आरक्षण घटा है. वहीं महतारी हुंकार रैली को लेकर पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने कहा कि बीजेपी के 15 साल के शासन में महिलाओं के साथ अत्याचारों की पूरी श्रृंखला चालू थी तब भाजपा कहां सोई थी?रमन राज की अपेक्षा कांग्रेस की सरकार बनने के बाद 62 प्रतिशत की कमी आई है. तो बीजेपी हुंकार रैली की नौटंकी करने जा रही है.
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