छत्तीसगढ़ में 'चूहा बिल्ली' के नामों पर सियासी बवाल मचा हुआ है. पूर्व सीएम रमन सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को 'चूहा' बोला तो भूपेश बघेल सरकार के खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने उन्हें 'मोटा' कह दिया है. दरअसल शुक्रवार को रायपुर में आयोजित एक संवाददादाता सम्मेलन अमरजीत भगत ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के बयान पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा है ''जो 15 साल माल खाया है वो मोटाया है.''
रमन सिंह को लेकर कही ये बात
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को रमन सिंह ने 'चूहा' कहा तो गुस्से में उनके मंत्री अमरजीत भगत ने भी रमन सिंह को 'मोटा' कह दिया है. दरअसल शुक्रवार को रायपुर में पत्रकारों ने रमन सिंह के बयान पर उनसे प्रतिक्रिया मांगी तो उन्होंने कहा ''दोनों को खड़ा कर दिया जाए, भूपेश बघेल को और डॉ रमन सिंह को तो देखकर बता देंगे कि कौन मोटा है, कौन माल खाया है. 15 साल तक खाया है. कौन मोटाया है कौन चूहा से शेर टाइप मोटा हुआ है दिख जाएगा. जो 15 साल माल खाया है वो मोटाया है.''
रमन सिंह ने कहा था -वोट देकर चूहे को शेर बना दिया
आपको बता दें कि ये पूरी कहानी भानुप्रतापपुर से शुरू हुई है, जहां रमन सिंह ने एक छत्तीसगढ़ी में किस्सा सुनाया और रमन सिंह ने कहा कि ऐसे ही आप लोगों ने वोट देकर चूहे को शेर बना दिया है, अब फिर मौका है कि आप वोट पर गंगाजल छिड़को और चूहे को फिर चूहा बना दो और भानुप्रतापपुर विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी प्रत्याशी ब्राम्हनंद नेताम को वोट देने की अपील की है.
मुख्यमंत्री ने कहा- छत्तीसगढ़िया किसान बर्दाश्त नहीं
इसके जवाब में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी रायपुर एयरपोर्ट में बयान दिया है. उन्होंने रमन सिंह को कहा कि मैं छत्तीसगढ़िया किसान हूं. डॉ रमन सिंह को छत्तीसगढ़िया किसान बर्दाश्त नहीं हो रहा है. मुझे कभी चूहा, कभी बिल्ली तो कभी कुत्ता बोल रहे हैं. इस तरह के विशेषणों से विभूषित करना उनकी सामंती सोच को दिखाता है. डॉ रमन सामंती प्रवृति के हैं.
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