Chhattisgarh Politics: सीएम बघेल का अधिकारियों को सख्त निर्देश, जानें क्यों कहा-गोबर पेंट से ही करें सरकारी भवनों में रंग-रोगन
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के सभी सरकारी भवनों में अब रंग रोगन केवल गोबर के पेंट से किया जाएगा. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिये हैं.
छत्तीसगढ़ के सभी सरकारी भवनों में अब रंग रोगन केवल गोबर के पेंट से किया जाएगा. इसके लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अधिकारियों को निर्देश दिये हैं. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सभी शासकीय विभागों, निगम-मंडलों और स्थानीय निकायों में भवनों के रंग-रोगन के लिए गोबर पेंट का अनिवार्यतः उपयोग करने के निर्देश दिये हैं. पहले भी जारी किए गए निर्देशों के बावजूद अभी भी निर्माण विभागों द्वारा केमिकल पेंट का उपयोग किए जानेपर मुख्यमंत्री ने नाराजगी जताते हुए कहा है कि निर्देशों का उल्लंघन करने वाले जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी.
सभी सरकारी बिल्डिंगों में गोबर पेंट से होगा रंग रोगन
दरअसल मुख्यमंत्री बघेल ने मंगलवार को मुख्य सचिव को सभी विभागों, निगम-मंडलों और स्थानीय निकायों को भवनों के रंगरोगन के लिए गोबर पेंट काउपयोग अनिवार्यतः करने के निर्देश जारी करने को कहा है. सीएम बघेल ने कहा है कि गोबर पेंट का उपयोग ग्रामीण अर्थव्यवस्था के सुदृढ़ीकरण औरपर्यावरण संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण होगा. वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर महिला स्व सहायता समूह की बड़ा मुनाफ़ा होगा .
महिला समूह की महिलाएं बना रही हैं गोबर से पेंट
गौरतलब है कि रायपुर के नजदीक हीरापुर जरवाय के गौठान में महिला स्व-सहायता समूह द्वारा गोबर से पेंट तैयार किया जा रहा है. गोधन न्याय योजनाके तहत गौठानों में दो रूपए किलो में गोबर की खरीदी करके इससे वर्मी कम्पोस्ट, सुपर कम्पोस्ट और अन्य प्रोडक्ट बनाये जा रहे हैं. जरवाय गौठान कीस्व सहायता समूह की अध्यक्ष धनेश्वरी रात्रे ने कहा कि समूह में 22 महिलाएं काम करती है. कुछ नया करने का सोच कर उन्होंने गोबर से पेंट बनाने काकाम शुरू किया. गोबर से पेंट बनाने के लिए महिलाओं ने विधिवत प्रशिक्षण भी प्राप्त किया. पेंट बनाने की शुरुआत अप्रैल 2022 से हुई और अब तक तीन हजार लीटर पेंट बनाकर समूह की महिलाएं बेच चुकी है. गोबर से निर्मित पेंट आधा लीटर, एक, चार और दस लीटर के डिब्बों में उपलब्ध है.
150 रुपए में हो रहा है गोबर पेंट की बिक्री
बाजार में मिलने वाले अधिकतर पेंट में ऐसे पदार्थ और हैवी मेटल्स मिले होते है जो हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाते हैं. वहीं गोबर से निर्मित पेंटप्राकृतिक पदार्थों से मिलकर बनता है इसलिए इसे प्राकृतिक पेंट भी कहते हैं. केमिकल युक्त पेंट की कीमत 350 रुपए प्रति लीटर से शुरू होती है. पर गोबर से निर्मित प्राकृतिक पेंट की कीमत 150 रुपए से शुरू है. गोबर से बने होने के कारण इसे बहुत से फायदे भी हैं जैसे यह पेंट एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल है साथ ही घर के दीवारों को गर्मी में गर्म होने से भी बचाती है और तापमान नियंत्रित करती है.
ऐसे तैयार होता है गोबर से प्राकृतिक पेंट
गोबर को पहले मशीन में पानी के साथ अच्छे से मिलाया जाता है फिर इस मिले हुए घोल से गोबर के फाइबर और तरल को डी-वाटरिंग मशीन के मददसे अलग किया जाता है. इस तरल को 100 डिग्री में गरम कर के उसका अर्क बनता है जिसे पेंट के बेस की तरह इस्तेमाल किया जाता है. जिसके बादइसे प्रोसेस कर पेंट तैयार होता है.100 किलो गोबर से लगभग 10 किलो सूखा सीएमसी तैयार होता है. कुल निर्मित पेंट में 30 प्रतिशत मात्रा सीएमसीकी होती है.
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