(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Chhattisgarh Politics: अमित शाह के दौरे के बाद छत्तीसगढ़ की राजनीति गर्म, सीएम बघेल ने दिए आरोपों के जवाब
Chhattisgarh: कोरबा की जनसभा में केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने पीएम मोदी की जमकर तरफ की. केंद्र की योजनाओं का बखान किया. इसको लेकर भी पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने हमला बोला है.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में केंद्रीय मंत्री अमित शाह के आगमन के बाद सियासी गलियारों में गर्माहट है. ऐसा इसलिए क्योंकि अमित शाह ने कोरबा में आयोजित जनसभा में प्रदेश की कांग्रेस सरकार के कामकाज को लेकर जमकर हमला बोला. उन्होंने दर्जनभर से ज्यादा सवाल उठाए. इसके बाद से ही कांग्रेस के नेता तिलमिलाए हुए है. अमित शाह ने उद्बोधन के दौरान छत्तीसगढ़ की वर्तमान कांग्रेस सरकार को आदिवासी विरोधी और केंद्र सरकार के पैसों का दुरुपयोग करने वाला बताया. इसके बाद बयानबाजी का ऐसा दौर शुरू हुआ है कि प्रदेश की सर्द हवा के बीच राजनैतिक गलियारे में गर्माहट आ गई है. बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही दल के नेता एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाकर खुद को सही बता रहे है.
छत्तीसगढ़ में 15 साल बाद कांग्रेस ने सत्ता में वापसी की है. राज्य में कांग्रेस सरकार के चार साल पूरे हो गए हैं. इस खुशी में राज्य सरकार ने गौरव दिवस मनाया और सरकार की उपलब्धियां गिनाई. वहीं विपक्षी दल बीजेपी ने कांग्रेस के गौरव दिवस के दिन कुशासन दिवस मनाया. अपने अपने तरीके से दोनों ही दलों ने राजनीति की. लेकिन हाल ही अमित शाह के छत्तीसगढ़ दौरे के बाद कांग्रेस में हलचल मची हुई है. अमित शाह ने इस वर्ष छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर शंखनाद कर दिया है. अमित शाह ने पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचकर उन्हें रिचार्ज कर दिया है. जिससे की आगामी चुनाव में कांग्रेस को पटखनी देकर सत्ता में वापसी की जाए.
अमित शाह ने भूपेश बघेल सरकार लगाए आरोप
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान भूपेश बघेल सरकार पर दर्जन से ज्यादा आरोप लगाए. वहीं सीएम भूपेश बघेल ने शाह के सवालों के सिलसिलेवार जवाब दिए. इसके बाद से ही राजनीति शुरू हो गई है. छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) के अध्यक्ष मोहन मरकाम ने मीडिया से कहा कि अमित शाह छत्तीसगढ़ में चुनाव अभियान की शुरुआत करने आए थे. यह हमारे लिए शुभ संकेत है. पिछली बार उन्होंने जो लक्ष्य दिया था. जनता ने उससे ज्यादा कांग्रेस विधायक जिताए. मोहन मरकाम ने सवाल किया है कि वो जनता से रमन सिंह के किन कामों के आधार पर वोट मांगने की बात कर रहे हैं. रमन राज का 15 साल भ्रष्टाचार, कुशासन और वादाखिलाफी का युग था. किसानों को हर चुनाव के पहले बोनस देने का वादा किया गया. लेकिन चुनाव जीतने के बाद कभी बोनस नहीं दिया. 2100 रूपए धान की कीमत देने का वादा कर सरकार बनाई. लेकिन उसके बाद बीजेपी ने किसानों को कभी धान का मूल्य 2100 रुपए नहीं दिया.
अमित शाह ने पीएम मोदी की जमकर तारीफ
वहीं कोरबा की जनसभा में केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने पीएम मोदी की जमकर तरफ की. केंद्र की योजनाओं का बखान किया. इसको लेकर भी पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने हमला बोला है. उन्होंने कहा 'अमित शाह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर वोट मांगने की बात कर रहे है. जनता नरेंद्र मोदी को भी वोट क्यों देगी? 9 साल में उन्होंने भी तो एक वादा पूरा नहीं किया. उन्होंने हर साल दो करोड़ युवाओं को रोजगार का सपना दिखाया था. आज देश में बेरोजगारी दर 1972 के बाद 50 वर्षों में सबसे ऊंचे पायदान पर है. 100 दिनों के भीतर महंगाई कम करने का वादा था, लेकिन आज महंगाई से आम आदमी का जीना मुश्किल हो गया है. किसानों की आय 2022 तक दोगुनी करने का वादा था, लेकिन किसान को उसकी लागत के बराबर भी समर्थन मूल्य नहीं मिल रहा है. ऐसे में जनता नरेंद्र मोदी को या उनके नाम पर वोट क्यों दें.'
अमित शाह के छत्तीसगढ़ दौरे से लौटने के बाद कांग्रेस नेताओं की शुरू हुई बयानबाजी पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और बीजेपी के वरिष्ठ नेता धरमलाल कौशिक ने भी प्रतिक्रिया दी है. कौशिक ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान पर तंज कसते हुए कहा 'मुख्यमंत्री इन चार साल में यदि विकास के 36 कार्य किए होते, तो उन्हें 3600 शब्द के झूठ का दस्तावेज पेश नहीं करना पड़ता. हर मोर्चे पर असफल कांग्रेस सरकार के मुखिया भूपेश बघेल के चेहरे पर निराशा का भाव साफ झलक रहा है. मुख्यमंत्री के 1500 दिनों के कार्यकाल के बाद भी ऐसे 15 कार्य भी नहीं दिखते हैं, जिन्हें लेकर मुख्यमंत्री जनता के बीच जा सकें. केवल भ्रम का सहारा लेकर मुख्यमंत्री भ्रामक बातें कर रहे है. कौशिक ने कहा कांग्रेस ने विकास के नाम पर कुछ भी नहीं किया है.'